मध्य प्रदेश में क्या सत्ता परिवर्तन के संकेत है...?
जन्म कुंडली के अनुसार मध्य प्रदेश की 1956 में मध्य रात्रि 1नवंबर कन्या राशि और कर्क लग्न है..
कुंडली के अनुसार ग्रहों स्थिति
वृश्चिक में शनि और राहु
सूर्य चतुर्थ स्थान में तुला के नीचे के शुक्र कन्या राशि में नीचे का
गुरु कन्या राशि में
चंद्र कन्या राशि में
केतु वृषभ राशि में
मंगल कुंभ राशि में
वर्तमान में बुद्ध में शुक्र की दशा / अंतर्दशा चल रही है जो की 7. 12. 24 तक है..
पिछले चुनाव 2018 में बुध मेंबुध अंतर्दशा चल रही थी. सरकार परिवर्तन हो गई थी परंतु जब बुध में केतु आया तो पुनः सरकार बीच में बदल गई थी.. क्योंकि केतु किसी चीज को अचानक बदलने की ताकत रखता है ..
अब 2023 में राहु /केतु का बदलाव (गोचर )और मध्य प्रदेश बहुत महत्वपूर्ण एंगल पर है..
चुनाव से पहले दो ग्रहण चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण और शनि का मार्गी होना राहु का परिवर्तन मीन राशि में होना केतु का कन्या राशि में परिवर्तन क्योंकि कन्या राशि मध्य प्रदेश की कुंडली की यह परिवर्तन बहुत मायने रखेगा।
अभी जैसा दिख रहा है उससे हटकर रिजल्ट निकालने के बहुत संभावना बन रही है।
वर्ष कुंडली के अनुसार
5 नवंबर 2023 कन्या लग्न
बुध केतु मंगल सूर्य चार ग्रही योग ,मिथुन राशि दसम स्थान
कांग्रेस को फायदा देने में गोचर में नजर आ रहा हैं.. केंद्र स्थान में सिर्फ चंद्रमा है वर्षश कुंभ की होगी जो की 4 नवंबर से शनि मार्गा होते हैं..
वर्तमान सरकार में आपस की टकराव की स्थिति बनती नजर आ रही है क्योंकि सूर्य भी नीच का होकर चतुर्थ स्थान में काफी मेहनत बीजेपी को करना होगी और संतुलन का आंकड़े के बीच बना है कांग्रेस और बीजेपी फंस जाएगी..
शुक्र मध्य प्रदेश की कुंडली में नीच के होने के साथ-साथ कोई महिला वर्तमान में राजनीतिक बीच में वर्तमान सरकार में टकराव में नजर आएगी।
17 नवंबर के बाद ग्रह के गोचर की स्थिति लगभग परिवर्तित दिखाई देगी राहु का परिवर्तन मीन में होगा केतु कन्या में है
शुक्र तुला/वृश्चिक राशि में होंगे
मंगल वृश्चिक में
सूर्य तुला और वृश्चिक
और कुंभ राशि शनि मार्गी हो जाएंगे
बीजेपी की कुंडली में चंद्रमा नीच का वृश्चिक राशि में है और मिथुन लगने की है राहु का गोचर छटवे से पांचवें जाना अच्छे संकेत नहीं देता है।
में इस तरह से गोचर में
मध्य प्रदेश की कुंडली में पराक्रम भाव में महिला कैंडिडेट नजर आएगी जो की सीएम के पद के दावेदार भी बन सकती है ।
नयी सरकार के स्थापित के बाद सत्ता परिवर्तन के संकेत भी मध्यप्रदेश दिखाई देते हैं।जैसा पिछले बार हुआ..
क्या मध्यप्रदेश की पिछली पारी दोहराई जाएगी? क्योंकि न्याय व्यवस्था के कारक शनि मार्गी होने को है.. पुनः स्वयं के अंदर के क्लेश को रोकना होगा वर्तमान सरकार को..
मध्य प्रदेश में नई सरकार
वर्ष कुंडली
चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र का रहेगा उसके अनुसार फल कथन है क्योंकि मध्य प्रदेश में वृषभ का उच्च का चंद्रमा होने से पब्लिक स्थान में चतुर्थ में चार ग्रही योग बन रहे हैं और तुला में केतु होने से साथ ही साथ सूर्य मंगल बुध कोई महिला लीडर लीड करती नजर आ रही है। ऐसी संभावना बनती है ।
क्योंकि नीच का सूर्य होकर वर्तमान बाजी को पलट सकता है यह इस पर निर्भर होगा कि उस समय चुनाव की दिनांक कौन कौन सा है ।
वहीं पर शनि न्याय करता बक्र होकर आठवें स्थान पर न्याय व्यवस्था तहस-नहस करते नजर आ रहे हैं या कुछ काम को बिगाड़ कर नया अपना आयाम स्थापित करेंगे।
वही राहु जो की राजनीति का कारक होकर 10 में स्थान में करवट बदल बदल कर जैसा दिख रहा है वैसा नहीं दिखाई देगा या पासा ही पलट देगा।
मध्य प्रदेश की कुंडली में बुध में शुक्र चल रहा है
अब बात शिवराज जी की कुंडली की शनि में शुक्र उनका योग कारक दशा है क्योंकि उनकी कुंडली में माल्वययोग है।
परंतु गोचर राहु केतु का परिवर्तन कुछ नए संकेत देता है।राहु का परिवर्तन उनको तीसरे भाव में पार्टी के किसी बड़े पद पर स्थान परिवर्तन का संकेत या योग बनता है राहु केतु के आने पर स्थान परिवर्तन निश्चित है ऊंचे स्तर पर केंद्रीय पद प्राप्त कर सकते हैं।
6. 2. 22 से 7 .12 .24 तक चुकी शिवराज जी की कुंडली में भी शनि में शुक्र चल रहे हैं इसलिए काफी संभावना तो आती है परंतु वह आगे इसी पद पर रहेंगे इस पर मोहर नहीं लगाई जा सकती है।
यह विश्लेषण वर्ष कुंडली के अनुसार किया गया है...
कमलनाथ जी शनि का प्रभाव महत्वपूर्ण स्थान 6वे मार्गा होना एक इतिहास दोहराते नजर आए गएगे..
बीजेपी की कुंडली 6 अप्रैल 1980 के अनुसार चंद्र में शनि की दशा चल रही है 8 .8. 22 से उसके अनुसार भी चंद्र में शनि की दशा अच्छी नहीं मानी जाती है आंतरिक रूप से अर्थव्यवस्था को लेकर काफी कुछ सही नहीं है.. ऐसा दिखाई दे रहा है परंतु अब चुनाव की बात करें तो तो मध्य प्रदेश की भी कुंडली में चंद्रमा महत्वपूर्ण है वहीं पर बीजेपी की कुंडली में भी चंद्रमा महत्वपूर्ण है चंद्रमा का मतलब है कि कोई ऐसी महिलाएं जो या तो विधवा हो या आविवाहित हो सकती है।
प्राप्त आंकड़े में कांग्रेस की कुंडली
22 जनवरी 1987 के अनुसार अभी गुरु में राहु की दशा अच्छी नहीं चल रही है
आचार्या अंजना9407555063