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राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर: 25 नवंबर 2025:• 1 जुलाई 2026:

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राहु का शतभिषा नक्षत्र में गोचर: 25 नवंबर 2025:• 1 जुलाई 2026:

• 25 नवंबर 2025: राहु शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। • 1 जुलाई 2026: राहु शतभिषा नक्षत्र से धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इस अवधि में राहु अपने ही नक्षत्र में स्थित होगा, जिससे इसकी शक्ति और प्रभाव और भी अधिक बढ़ जाएंगे। ⸻

🌌 शतभिषा नक्षत्र में राहु का प्रभाव

🔹 सकारात्मक प्रभाव: • गहन ज्ञान और आध्यात्मिकता: इस गोचर के दौरान व्यक्ति गूढ़ ज्ञान, ज्योतिष, आयुर्वेद, और रहस्यमय विषयों की ओर आकर्षित हो सकते हैं। • चिकित्सा और उपचार: शतभिषा नक्षत्र का संबंध चिकित्सा और उपचार से है, इसलिए इस अवधि में चिकित्सा क्षेत्र में प्रगति और नवाचार संभव हैं।

🔻 नकारात्मक प्रभाव: • आसक्ति और अतिवाद: राहु की ऊर्जा अत्यधिक होने पर व्यक्ति में अत्यधिक आसक्ति, अतिवादिता, और मानसिक तनाव बढ़ सकता है। • आर्थिक और सामाजिक अस्थिरता: इस गोचर के दौरान आर्थिक मंदी, सामाजिक अशांति, और तकनीकी विफलताएँ देखने को मिल सकती हैं।#astroanjana#rahu#

🌍 सामाजिक और वैश्विक प्रभाव • प्रौद्योगिकी में बदलाव: राहु के कुंभ राशि में गोचर से तकनीकी क्षेत्र में बड़े बदलाव और नवाचार हो सकते हैं। • आर्थिक चुनौतियाँ: इस अवधि में वैश्विक आर्थिक मंदी, शेयर बाजार में गिरावट, और वित्तीय संस्थानों में संकट की संभावना है।#astroanjana# • सामाजिक अस्थिरता: सामाजिक आंदोलनों, विरोध प्रदर्शनों, और राजनीतिक अस्थिरता की घटनाएँ बढ़ सकती हैं।

🧘‍♂️ उपाय और सावधानियाँ • ध्यान और योग: मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए नियमित ध्यान और योग करें। • दान और सेवा: गुरुवार के दिन पीले वस्त्र, चने की दाल, और पीले फूलों का दान करें। • गुरु मंत्र का जाप: “ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुये नमः” मंत्र का जाप करें। • सतर्कता: महत्वपूर्ण निर्णय लेते समय सावधानी बरतें और जल्दबाजी से बचें।

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