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राहु बना सेनानायक

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राहु बना सेनानायक

13 अप्रैल 2022 से 18 महीने के लिए मेष के राहु अक्टूबर 2023तक

राहु का गोचर मेष राशि में
यम का राज फिर से होने वाला है? क्या लोगों में इच्छाओं का नशा चढ़ने वाला है?उसके लिए छल कपट आदि विभिन्न प्रकार के औजारों का प्रयोग करने वाले हैं???
डिप्लोमेटिक राहु की चर्चा, रहस्यमय में राहु की बात…,
इससे पहले राहु मेष राशि में 28.8.2003 से 24.3.2005 तक राहु का गोचर देखें तो गुरु शुक्र सूर्य के साथ थे

सनी मिथुन राशि में थे उस समय जो जो चीजें हुई वह है सरकार में काफी फेरबदल विधानसभा में और अन्य स्तर पर हुई वैक्सीन का निर्माण हुआ था…
राहु खुद का फल नहीं देता है क्योंकि यह छाया ग्रह है..जहां बैठता है वहां का फल देता है जिस नक्षत्र में होता है उसका फल देता है और राहु उल्टी दिशा मैं चलता है , यह ₹10 देने पर 200 की इच्छा करता है इस तरह हमारी इच्छाओं का नशे के रूप में फल देता है . इसकी 5,7,9 दृष्टि होती है.. वह एक ऐसी छाया है जो सूर्य और चंद्र को भी हिला देती है इसकी जो उल्टी चाल होती है मेष राशि जिसे मेढ़ा हैं सीधा चलता है जंगल में गिरता है फिर भी वह सीधा चलता है और उस मंगल पर राहु जब सवारी करता है तो जनमानस को हिला देता है.. शनि(28 अप्रैल से) क्योंकि वहां पर अपनी दृष्टि रखेंगे तो वह उस उर्जा को शनि रोकने की पूरी कोशिश करेंगे
इस साल राहु 2 नक्षत्रों में जाएगा कृतिका और भरणी नक्षत्र में..
कृतिका.. का मतलब होता है क्रिटिकल
अनुष्ठान के रूप में जो युद्ध अभी शुरू हुआ है वह एक तरह से अनुष्ठान है महाबली रूप में यह फिर से संघार के लिए तैयार हो जाएगा क्योंकि यह तेजधार हथियार कार्तिकेय जी ने जिस तरह विषैली सर्पों का नाश किया था उसी तरह से यह सेनापति के रूप में अपने अग्नि को आगे करेगा.. यह एक तरह से छिपी हुई आग है जैसे कि अंगिका ऋषि इस नक्षत्र को बताते हैं जो क्रोधित वर्क को बताते है.. शक्ति उर्जा प्रदर्शन, गोला बमबारी,बंजर भूमि, विस्फोटक कारक, जंग है,दक्षिण पूर्व की दिशा, कृतिका नक्षत्र डिप्लोमेट्स को ज्यादा बताता है यह तनाव भी देता है और स्वाभिमान की लड़ाई को आगे करने के लिए होड़ के रूप में प्रदर्शन करता है.. सूर्य के साथ-साथ मंगल की एनर्जी इसमें शामिल होती है इसलिए सभी जन है के जो सेनापति होते हैं उनकी राजा से आपस में एक नई डील होती है..
उपचार… Tipes…इस समय हमें अपना आज्ञा चक्र में माथे पर तिलक जरूर लगाएं हो सके तो चंदन का तिलक लगाएं वहीं पर अपने घर में अनार का पौधा पुष्य नक्षत्र में लगाएं तो आप लोग राहु केस नेगेटिव इफेक्ट से बच सकते हो और नारियल का दान जरूर मंदिर में करें या कहीं जल में प्रवाहित करते रहें यह इस नक्षत्र वालों की रिमिडीज होगी यदि आप का राहु कृतिका नक्षत्र का है या आप किसी तरह से इस राहु की ग्रिप में आते हैं तो… कांटेक्ट करें…
भरणी नक्षत्र
यह 13 जुलाई से भरनी नक्षत्र में राहु होंगे इसमें हमें मूल इच्छाओं का पता चलता है नई व्यवस्था होती है भरनी चुकी यम का नक्षत्र है यज्ञ को व्याप्त करेगा सेवा काली के रूप में एक युद्ध के रूप में दिखाई देगा वही मेरा तेरा सिस्टम को भी खत्म कर देगा, शायद फ्रायड के नियम जैसा यह दिखाई देगा.. शोक सभा, गुप्तचर संस्थाओं, शमशान की भूमि से इसका संबंध, संजीवनी विद्या से,तो क्या इस नक्षत्र में कोई नई दवाई का अविष्कार होगा या वायरस जैसे रोगों की तीव्रता के बाद हम लोगों पर यम रूप मे आएगा?नई वैक्सीन की खोज भी हो सकती है जो कि हमें राहत के रूप में मिलेगी.. विदेशों की गुप्तचर एजेंसियां बहुत एक्टिव हो जाएंगे और बहुत सारे राज खुल जाएंगे..
उपचार
इसके लिए काली के मंत्रों का जाप करें हो सके तो भरनी नक्षत्र जिनका हो उनको अपना दान शारीरिक दान के रुप में छाया दान करना चाहिए..
मृत्युंजय का जप करते रहना चाहिए..

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