🕉️ वास्तु शास्त्र के अनुसार शयन कक्ष में बिस्तर लगाने की यह 6
अलग अलग स्थति दिखाई गयी है इसमें प्रत्येक स्थिति का विश्लेषण आपकी जानकारी के लिए :-
दरवाजे के ठीक सामने बिस्तर लगा हुवा है जो की वास्तुशास्त्र के अनुसार अशुभ स्थिति है ---
🕉️ अगर ऐसा बिस्तर लगा हुवा है तो घर के किसी भी हिस्से से शयन कक्ष की गतिविधि नजर आने से शयन कक्ष की प्राईवेसी समाप्त होती है !!
ठीक दरवाजे के पास बिस्तर होने की वजह से शयन कक्ष के अंदर से अचानक आने वाले आगन्तुक को नही देखा जा सकता !!
👉 वास्तु शास्त्र में ऐसी मान्यता है की जब भी बिस्तर या आफिस का टेबल से द्वार पीठ की ओर होता है तो लोग हमेशा धोखा देते हैं !!
यह सबसे उपयुक्त स्थित है !! बिस्तर के ठीक पीछे दीवाल है और दरवाजा ठीक सामने लेकिन कोने पर है !!
दरवाजे के ठीक सामने बिस्तर लगा हुवा है जो की वास्तुशास्त्र के अनुसार अशुभ स्थिति है ---
👉 अगर ऐसा बिस्तर लगा हुवा है तो घर के किसी भी हिस्से से शयन कक्ष की गतिविधि नजर आने से शयन कक्ष की प्राईवेसी समाप्त होती है !!
बिस्तर को दरवाजे से डायगोनल [ कर्ण में ] लगाना अशुभ माना जाता है !! इसमें बिस्तर तिरझा लगा हुवा है !!
बीम के नीचे बिस्तर को लगाना अशुभ माना जाता है ,बीम के दोष निदान के लिए फाल्स सीलिंग कराना चाहिए !!