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Gemini

मिथुन (क, की, कु, घ, ङ, छ, के, को, ह)

शुभरंग👉 हरा,
शुभ अंक👉 5
शुभ धातु👉 चांदी,
शुभ रत्न 👉 पन्ना,
शुभ दिन👉 बुध,
ईष्ट👉 गणेश जी
शुभ रहे👉 गणेश चालीसा का पठन करने से लाभ।
शुभ तारीख 👉 5, 14, 23

स्वभाव - द्विस्वभाव
तत्त्व - वायु
त्रिदोष - त्रिदोष
लिंग - पुरुष
दिशा - पश्चिम
अंग - बाँह
स्वामी - बुध
शुभमास👉 चैत्र, आश्विन मार्गशीर्ष, पौष, माघ, फाल्गुन।
मध्यम👉 भाद्रपद. कार्तिक।
अशुभ👉 वैशाख, ज्येष्ठ आषाढ़ श्रावण।
मित्र राशि 👉 मेष, सिंह, कन्या, तुला।
अशुभ राशि 👉 कर्क।
सकारात्मक तथ्य 👉 वाक्पटू, कुशल व्यापारी।
नकारात्मक तथ्य 👉 निरमोही, आत्मकेंद्रित, निष्ठुर।

मानसिक

आपकी राशि का स्वामी बुध है। अधिकतर शांति व समझौतावादी विचार स्वभाव में रखते हैं। इसी कारण आत्मविश्वास की कमी भी रहती है जिससे नुकसान भी होता है। धारणाओं को बदलना आसान नहीं होता। मानसिक चंचलता, चिंतन, गंभीरता काफी रखते हैं। समय पर कार्य करना, प्रभावी विचारों का आकर्षण रहता है। तात्कालिक शत्रु बने रहते हैं। वास्तविकता को महत्व देना होता है। कटुता, ईर्ष्या नहीं रखते। अपनी बात, विचारों में स्पष्टता रखते हैं। दूसरों के प्रति लगाव, प्रेम रखते हैं। जवाबदारी भलापन, अनायास होने वाली घटनाओं से गंभीरता बढ़ती है। दूसरों को सबक सिखाते हैं। अधिकतर मामलों में आपको समझ पाना मुश्किल होता है। वैचारिक सामंजस्यता रखना कठिन होता है।

दूसरों के कारण महत्व को स्थितियों में मन दूषित, निरुत्साहित हो जाता है। वैसे व्यर्थ मानसिक भय, चिंता बनी रहती है। स्वयं दूसरों के मामलों में जवाबदारी उठाते हैं अपने ही लोगों में धारणा के शिकार होते हैं। कामकाज के प्रति विश्वास, समर्पण, सजगता रखते हैं। निजी तौर पर काफी संतोष रखते हैं। निजी प्रेम, स्नेह, जवाबदारी, पारिवारिक सजगता बनी रहती है। व्यावहारिक यश, सफलता बराबर उठा लेते हैं। विचार क्षमता काफी रहती है। ज्ञानार्जन किसी भी बात को वास्तव में समझना आसान होता है। सैद्धांतिक जीवन-यापन रहता है। दर्शन, अध्यात्म, सामाजिक, जातिगत भावनाएं रहती हैं। तर्क-वितर्कता से अनिश्चितता बनती है। सहजता से किसी से सहमति नहीं बनती। अधिक विश्लेषण करते हैं। मानसिक श्रद्धा, विश्वास आवश्यकता अनुरूप मानते हैं। अपने कर्तव्यों के प्रति सजगता बनी रहती है। हठधर्मिता भी काफी सहायक रहती है। वर्ष में गुरु का विशेष प्रभाव रहेगा, सुखद लाभप्रद स्थितियां मई तक अनुभव करेंगे पश्चात सामान्य स्थिति रहेगी।

व्यक्तित्व

मिथुन लग्न में जन्म लेने वाले व्यक्ति कठिन परिश्रमी होते हैं एवं जीवन के प्रत्येक क्षण को सार्थक करने में लगे रहते हैं । दिन-रात परिश्रम करते रहना इनका स्वभाव बन जाता है । ऐसे व्यक्ति लंबे तगड़े होते हैं और स्वास्थ्य अच्छा रहता है । उठा हुआ मस्तिष्क , छोटी – छोटी पैनी आंखें , चेहरे पर दाग या चोट का हल्का सा निशान , अनुपात में उठी हुई थोडी और गहरे श्याम रंग के केस इनके व्यक्तित्व की विशेषता कहीं जा सकती है । यदि मिथुन राशि क्षीण में हो तो जातक का चेहरा कुछ लंबाई लिए वे होता है अन्यथा एक अनुपात में चौकोर चेहरा होता है ।

ऐसे व्यक्ति एक साथ कई कार्यों को करने का प्रयत्न करते हैं या एक साथ कई विषयों पर सोचते है । जिस क्षेत्र को यह अपनाते हैं उसमें पूर्ण सफलता प्राप्त करते हैं परंतु इसके साथ एक बात और भी है यह प्रत्येक कार्य को जितने उत्साह से प्रारंभ करते हैं धीरे-धीरे शिथिल पड़ जाते हैं और अंत तक पहुंचते-पहुंचते ऐसा लगता है मानो उस कार्य को नहीं कर रहे हो अपितु उसे घसीट रहे हैं । ऐसे लोगों को लिखने पढ़ने का विशेष शौक रहता है । यह अधिकतर लिखते हैं और बहुत अधिक पढ़ते हैं । पढ़ने की भूख इनमें बाल्यावस्था से ही पाई जाती है । यदि लग्न को गुरु देख रहा हो तो लेखन कार्य में ख्याति अर्जित करते हैं परंतु ऐसे व्यक्ति का लेखन किसी एक विषय धारा या विषय पर ना होकर विविध विषयों पर होता है । ऐसे व्यक्ति जानबूझकर लोगों के झांसे में नहीं आते परंतु भावुकता के कारण इन्हें ठगा जा सकता है परंतु बहुत शीघ्र संभल जाते हैं । इनका व्यक्तित्व बहुत प्रभावशाली होती है जिसके कारण अनजान व्यक्ति को भी अपने बातों के माध्यम से प्रभावित कर लेते हैं और उससे अपना काम निकलवा लेते हैं । ऐसे व्यक्ति विपरीत लिंग के प्रति गहरा प्रेम रखते हैं । नृत्य , संगीत , वाद्य , हास्य प्रवीण , मधुर भाषी , शिल्पाज्ञ , कवि , गणितज्ञ आदि के प्रेमी होते हैं ।

♦️ लग्न एवं लग्नेश पर अलग-अलग ग्रहों का प्रभाव लग्न एवं लग्नेश पर अलग-अलग ग्रहों के प्रभाव के कारण राशि के जो गुण स्वभाव होते हैं उसमें परिवर्तन हो जाते हैं , परंतु उस राशि का जो मुख्य स्वभाव होता है वह अवश्य व्यक्ति के अंदर विराजमान होता है ।

 मिथुन लग्न में ग्रहों का महत्व

सूर्य आपकी कुंडली में छोटे भाई-बहन एवं पराक्रम के स्वामी होते हैं ।

चंद्रमा आपकी कुंडली में धन एवं कुटुंब के स्वामी होते हैं ।

मंगल आपकी कुंडली में रोग , शत्रु , बड़े भाई एवं आमदनी के स्वामी होते हैं । मंगल आपकी कुंडली में अकारक ग्रह होते हैं ।

बुध आपकी कुंडली में शारीरिक स्वास्थ्य , सौंदर्य , आयु , जीवन में उन्नति , माता , भूमि , भवन एवं घरेलू सुख के स्वामी होते हैं । बुध आपकी कुंडली में कारक ग्रह होते हैं ।

गुरु आपकी कुंडली में पत्नी , दैनिक व्यवसाय , पिता , राज्य एवं रोजगार के स्वामी होते हैं । गुरु को केंद्राधिपति दोष लगता है अतः गुरु का बलवान होना आवश्यक है ।

👉शुक्र आपकी कुंडली में विद्या , बुद्धि , संतान , बाहरी स्थानों से संपर्क एवं खर्च के स्वामी होते हैं । शुक्र आपकी कुंडली में कारक ग्रह होते हैं ।

👉 शनि आपकी कुंडली में आयु , भाग्य , धर्म एवं उच्च शिक्षा के स्वामी होते हैं । शनि आपकी कुंडली में कारक एवं सामान्य अकारक ग्रह होते हैं ।

रोग

मिथुन राशि फेफड़ों को शासित करती है अतः फेफड़ों से संबंधित सभी रोग इस राशि द्वारा सूचित होते हैं -सर्दी, नाक बहना संक्रामक ज्वर, ईओसोनोफीलिया, पार्श्व शूल, ब्रोंकाइटिस ,क्षय रोग इन सभी की जड़ें इस राशि में होती हैं|यह कंधे और बाहों को भी सूचित करते हैं| मिथुन राशिस्त अशुभ ग्रहों द्वारा इन अंगों में दोष पाया जाता है| मिथुन राशि से वृश्चिक राशि षष्टम होती है अतः जातक सामान्यतः वृश्चिक राशि द्वारा सूचित रोगों से पीड़ित होता है| अश्मरी ,बवासीर नासूर मूत्राशय और मल त्यागने की तकलीफ की शिकायत भी इन्हें रहती है| बुखार एवं शारीरिक रचना में विकृति भी सूचित रहती है अतः मिथुन राशि के पीड़ित होने पर फेफड़ों में दोष होता है तथा उन्हें वृश्चिक राशि द्वारा सूचित रोग होते हैं क्योंकि वह इनके लिए रोग का भाव होता है|

वर्षफल 2024
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मिथुन राशि जातको का स्वास्थ्य

इस वर्ष आपको लापरवाही बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिये। पूरे वर्ष राहू केतु दशम और चतुर्थ भाव पर गोचर करते रहेंगे। इसके कारण आपको लाइफ स्टाइल बीमारियों के कारण परेशान होना पड़ सकता है। मार्च के महीने में सेहत की समस्या हो सकती है। जिन लोगों को कोविड आदि के कारण गम्भीर स्वास्थ्य परेशानियों का सामना करना पड़ा था उन्हें फेफड़े सम्बन्धी समस्या हो सकती है। वर्ष के अन्त में पैरों का दर्द परेशान करेगा। सितम्बर के महीने में पेट दर्द की शिकायत होगी। अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज और योग को जरूर शामिल करें। यदि कोई पुरानी बीमारी है तो आपको इलाज ठीक तरह से लेना चाहिये। गुरु का वृषभ राशि में गोचर पुराने रोगों को दोबारा उभर सकता है।

आर्थिक स्थिति

इस वर्ष की शुरुआत आर्थिक दृष्टि से बहुत अच्छी रहने वाली है। व्यापार में धन लाभ होने से मन प्रसन्न रहेगा। शेयर मार्केट और पुराने निवेश आपको काफी अच्छा लाभ देंगे। बृहस्पति पर शनि की दॄष्टि होने से आपको जॉब में प्रमोशन से धन लाभ भी मिलेगा। जनवरी से मई तक का समय आपके लिये आर्थिक दॄष्टि से शुभ रहेगा। मई में गुरु के वृषभ राशि में गोचर के उपरान्त आपके खर्चे बढ़ने के योग बन रहे हैं। आप व्यापार में बड़ी इन्वेस्टमेन्ट कर सकते हैं। विदेश में व्यवसाय या जॉब के बड़े अवसर मिल सकते हैं। सम्पत्ति बढ़ाने के लिये काफी निवेश करेंगे।

कौटुम्बिक एवं सामाजिक स्थिति

सामाजिक सम्बन्धों में आप काफी ध्यान देंगे। आपको अपने मान-सम्मान की चिन्ता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिन्ता रहेगी। मार्च के महीने में परिवार में कुछ परेशानी रहेगी। माता-पिता का स्वास्थ्य भी आपके लिये चिन्ता का विषय रहेगा। मई माह तक का समय सन्तान के लिये बहुत अच्छा रहेगा। नये घर खरीदने का विचार बना सकते हैं। लेकिन उसमें आपको काफी बाधा आयेगी। जून महीने के बाद आपको सफलता मिलेगी। सम्पत्ति को लेकर परिवार में तनाव हो सकता है। अक्टूबर माह में पड़ने वाला ग्रहण आपकी माता की सेहत को परेशान करेगा।

दाम्पत्य जीवन

वैवाहिक जीवन काफी शुभ रहने वाला है। आप प्रेम-सम्बन्धों में काफी सत्यनिष्ठ रहेंगे। वर्ष की शुरुआत में आप अपने प्रेमी को प्रपोज कर सकते हैं। गुरु की सप्तम भाव में दृष्टि विवाह के लिये बहुत अच्छी रहेगी। आप अपने जीवनसाथी को काफी समय देंगे। मार्च और अक्टूबर माह में कई बार आपके अपने पार्टनर के साथ गम्भीर झगड़े हो सकते हैं। हिंसा और कटु वचनो से आपको बचना चाहिये। गुरु के वृषभ में जाने के बाद आप अपने साथी के साथ घूमने जा सकते हैं। इससे आपके रिश्तों में ताजगी आयेगी। शनि जब वक्री होंगे तब ससुराल के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।

शिक्षा और करियर

करियर के दृष्टिकोण से आप काफी भाग्यशाली रहेंगे। गुरु की कृपा दृष्टि से आपको शिक्षा में बड़ी सफलता मिल सकती है। वर्ष की शुरुआत में उच्च शिक्षा में उत्तम सफलता मिलेगी। नये व्यापार की शुरुआत करने के लिये धन की व्यवस्था हो जायेगी। फाइनेन्स से जुड़े मामलों में सफलता मिलेगी। प्रशासन और मैनेजमेन्ट से जुड़े लोगों को इस वर्ष काफी यश मिलेगा। गुरु के वृषभ में गोचर से विदेश में जॉब के अवसर मिलेंगे। लेकिन जून में शनि के वक्री होने के बाद चलते हुये कार्यों में बाधा आयेगी।

कुल मिलाकर मिथुन राशि के जातकों के लिए वर्ष 2024 आपके लिए कार्यों और संबंधों में प्रगति का साल होने का संकेत देता है। आपके जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नयी संभावनाएं खुल सकती हैं और आपको सफलता की ऊंचाइयों तक ले जा सकती हैं। आपकी मनोदशा उत्तेजित और सक्रिय रहेगी, जिससे आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करेंगे।

2024 का वर्ष उम्दा संघर्षऔर सफलता का संकेत लेकर आता है। इस वर्ष, आपके जीवन में स्थिरता और संतुलन की स्थिति होगी। व्यापार, आजीविका, धन और परिवार के क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी। नई संयोजन और मौके आपके द्वारा लाभदायक साबित होंगे। आपकी प्रतिष्ठा और प्रमाणित क्षमता बढ़ेंगी, जिससे आप अपने कार्यस्थल पर ऊंचाइयों तक पहुंचेंगे। वित्तीय रूप से, आपकी स्थिति मजबूत और सुरक्षित रहेगी। आप निवेश और बचत के माध्यम से अच्छे लाभ हासिल करेंगे।

उपाय

👉 (1) प्रतिदिन गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ करें और बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाये।

👉 (2) प्रदोष का व्रत करना और श्री शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ करना। प्रतिदिन कपिला गाय को चपातियां खिलाना शुभ रहेगा।

👉 (3) बुधवार को कन्याओं को मीठा प्रसाद बाँटना, तामसिक भोजन (माँस, मछली आदि) से पूरी तरह परहेज़ करना।

👉 (4) प्रतिदिन पक्षियों को सतनाजा डालना शुभ रहेगा।

 

मीन मे राहु गोचर (मिथुन राशि का फल)

30 अक्टूबर को राहु आपके दशम भाव में गोचर करेंगे। वहां से आपके कार्यस्थल में कुछ बदलाव के योग आएंगे लेकिन आप अपनी मेहनत के बल पर अपनी अच्छी स्थिति निर्मित कर पाएंगे और कार्यक्षेत्र में आपको आपके काम के लिए सराहना प्राप्त होगी। जो काम दूसरों के लिए मुश्किल होगा, उसे एक चुटकी बजाते ही कर डालेंगे। पारिवारिक जीवन में आपको कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा क्योंकि आपका सारा ध्यान आपके काम में होगा और अति व्यस्तता के चलते परिवार को हाशिए पर रख सकते हैं, जो आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है लेकिन वैसे आपको उन्नति मिलेगी।

मिथुन राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर आपके दशम भाव में होगा। इस भाव में विराजमान राहु की दृष्टि आपके दूसरे, चतुर्थ और छठे भाव पर होगी। इस भाव में विराजमान राहु मिथुन राशि के जातकों के लिए शुभ फल देने का काम करेंगे। राहु के इस गोचर से कार्यस्थल पर आपका प्रभाव पड़ेगा। आपके भाग्य में वृद्धि होगी और आपका प्रमोशन भी किया जा सकता है। राजनीति और सरकारी सेवा में कार्यरत जातकों के लिए राहु का गोचर बढ़िया रहेगा। राजनीति में आपका मान और सम्मान बढ़ेगा।

अगर आप पैतृक व्यवसाय संभाल रहे हैं तो राहु आपके धन की वृद्धि करने वाला होगा। हालांकि इस समय आपको अपनी वाणी में थोड़ी मधुरता रखनी होगी क्योंकि वाणी की कठौता रिश्तो में खटास ला सकती है। राहु के प्रभाव से आपके शत्रु बलहीन हो जाएंगे और आप उन पर विजय प्राप्त करेंगे। अगर आप कार्य क्षेत्र बदलना चाहते हैं तो राहु के प्रभाव से ऐसा संभव है। किसी नई संपत्ति को खरीद सकते हैं। पारिवारिक जीवन के लिहाज से राहु का गोचर मिला-जुला रहेगा। राहु के इस गोचर कल में आपको अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा।

मिथुन राशि के जातकों को अपने करियर में बेहतरीन प्रदर्शन करने के कई मौके मिलेंगे। आपको विदेश से भी नौकरी के नए अवसर मिलने की संभावना है और इस तरह के अवसरों को पाकर आप काफी संतुष्‍ट महसूस करेंगे।

मिथुन राशि के लोगों के आर्थिक जीवन की बात करें, तो आपको राहु के गोचर के समय आउटसोर्सिंग के ज़रिए धन लाभ होने के संकेत हैं। इससे आप काफी संतुष्‍ट और प्रसन्‍न रहेंगे। हालांकि, मई, 2024 के बाद पारिवारिक खर्चों के बढ़ने की वजह से आपको परेशानी हो सकती है। अपने करीबियों के लिए आपको अपने बजट से बाहर जाकर खर्चा करना पड़ सकता है। कुल मिलाकर, राहु गोचर 2024 मिथुन राशि वाले नौकरीपेशा जातकों के लिए बहुत अच्‍छा रहने वाला है क्‍योंकि उन्‍हें इस समय अपने करियर में शानदार अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही मिथुन राशि के लोग सफलता की ऊंचाइयों को भी छू पाएंगे।

उपाय👉 बुधवार के दिन गौ माता को हरा चारा या साबुत मूंग की दाल अवश्य खिलाएं।

केतु का कन्या मे गोचर (मिथुन राशि का फल)
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30 अक्टूबर को केतु का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा। चतुर्थ भाव में होने वाला गोचर ज्यादा अनुकूल नहीं माना गया है। इस कारणवश आपको पारिवारिक जीवन पर काफी ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। इस दौरान आपकी माता जी के स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक कलह में भी बढ़ोतरी होने के योग बन सकते हैं। आपका मन परिवार से कुछ समय के लिए कटा कटा सा हो सकता है। आपको ऐसा लगेगा कि आप परिवार में रहकर भी आप अकेले हैं। ऐसा भी हो सकता है कि कुछ समय के लिए परिवार से दूर जाएं और अलग रहें। यह समय आपको अपने मन में झांकने का मौका देगा और जीवन में चल रही भाग दौड़ से बाहर निकालेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति को मजबूत बनाएगा और आप अपने आप को एक परिपक्व व्यक्ति के रूप में देख पाएंगे।

केतु के चौथे भाव में रहने के कारण मिथुन राशि के लोगों के लिए केतु का गोचर ज्‍यादा फलदायी नहीं रहने वाला है। इस गोचर के दौरान आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आने की आशंका है। आपके घर में भी कुछ परेशानियां और कलह हो सकती है जिसकी वजह से आप नाखुश रहेंगे। पारिवारिक कलह और समस्‍याओं के कारण आपकी और आपके घर की शांति के भंग होने के संकेत हैं।

इसके अलावा केतु गोचर 2024 के दौरान आप किसी कानूनी पचड़े में भी फंस सकते हैं। इसे लेकर आपको काफी परेशानी होने की आशंका है। आप इस समय नए निवेश जैसा कोई भी महत्‍वपूर्ण निर्णय न लें। केतु के चौथे भाव में होने पर आपका तनाव बहुत ज्‍यादा बढ़ सकता है और इस तनाव के कारण आपके जोश और ऊर्जा में भी कमी देखने को मिलेगी। केतु के चौथे भाव में होने पर आपकी परेशानियां इतनी बढ़ सकती हैं कि आपको अपना घर तक बदलना पड़ सकता है।

केतु गोचर आपके चतुर्थ भाव में होने से आपको अपने घरेलू जीवन में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। काम और पेशेवर जीवन में ज्यादातर मामलों में आपको अपने घर या मातृभूमि को छोड़कर कहीं अलग या फिर विदेश जाकर भी बसना पड़ सकता है। हालांकि कुछ मामलों में यह परिवार में विवाद या अलगाव की वजह भी बनेगा। इस राशि के कुछ जातकों को संपत्ति में बंटवारा भी झेलना पड़ सकता है। इस दौरान आपकी मां के साथ आपके रिश्ते भी नकारात्मक रूप से प्रभावित होने की उच्च आशंका का बन रही है। आपको उनसे अनबन और बहस का सामना करना पड़ सकता है या मुमकिन है कि उनकी खराब सेहत आपको परेशान कर दे।

किसी संपत्ति या वाहन को खरीदने के लिए भी यह समय बहुत अनुकूल नहीं रहने वाला है क्योंकि 2024 केतु गोचर की यह समय अवधि आपके लिए ज्यादा शुभ नहीं रहेगी। इस दौरान आपका झुकाव अपने करियर और पेशेवर जीवन की तरफ ज्यादा रहेगा और आप अपने घरेलू जीवन और जिम्मेदारियां को थोड़ा नजरअंदाज करते नजर आएंगे। हालांकि 1 मई 2024 के बाद केतु और आपके चतुर्थ भाव पर बृहस्पति की दृष्टि से चौथे घर से संबंधित समस्याएं धीरे-धीरे नियंत्रण में आने लगेगी। अपने जीवनसाथी की मदद और समर्थन से आप अपने परिवार के महत्व को समझ पाएंगे और साथ ही हर तरह की परेशानियां दूर करने में सफल भी होंगे। अपने घरेलू और व्यावसायिक जीवन में संतुलन बनाने की आपको इस वर्ष ज्यादा आवश्यकता पड़ेगी।

उपाय👉 पक्षियों को प्रतिदिन सतनजा (सात प्रकार के अनाज) खिलाएं।

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