सिंह LEO (म, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
शुभरंग👉 भगवा व सफेद,
शुभ अंक👉 1,
शुभधातु👉 स्वर्ण,
शुभरत्न👉 माणिक,
शुभदिन👉 रविवार,
शुभ तारीख👉 1, 10, 19, 28,
इष्ट👉 सूर्य व हनुमान,
स्वभाव - स्थिर
तत्त्व - अग्नि
त्रिदोष - पीत
लिंग - पुरुष
दिशा - पूर्व
अंग - पेट
स्वामी - सूर्य
मित्र राशि👉 मिथुन, कन्या, मेष, धनु,
शत्रु राशि👉 वृष, तुला, मकर, कुम्भ,
सकारात्मक तथ्य👉 खुल दिल-दिमाग वाला, उदार हृदय, गर्मजोशी,
नकारात्मक तथ्य👉 घमण्डी, अति आत्मविश्वास, अति महत्त्वाकांक्षी,
शुभत्व के लिये 👉 सूर्य के अर्घ्य चढ़ावे,
शुभमास👉 वैशाख, ज्येष्ठ, कार्तिक,
सामान्य मास👉 चैत्र,
अशुभ मास👉 श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, मार्गशीर्ष, पौष, माघ।
राशि स्वामी सूर्य है।
सिंह जातक तीव्र बुद्धिमान, स्वाभिमानी, उच्च-अभिलाषी, उदार-हृदय, निडर व आत्मविश्वास से भरपूर, धैर्यवान, उद्यमी, पराक्रमी, गंभीर प्रक़ति, न्याय प्रिय, संवेदनशील, आशावादी दृष्टिकोण, नेतृत्व व संचालन करने की क्षमता, अधिकार पूर्ण वाणी का प्रयोग करने वाला, अपने परिवार की उन्नति के लिये विशेष संघर्ष करने वाला, परिश्रमी, परिस्थिति अनुसार स्वयं को ढाल लेने की प्रकृति, स्पष्टवादी, स्वतंत्र व प्रगतिशील विचारों का अनुयायी, ये किसी प्रकार के बंधन या आधीनता में काम करना पसंद नही करते, भ्रमण प्रिय अर्थात सुदूर देश विदेश में यात्रा करने का शौक होगा। सामान्यतः सिंह जातक उदारता से व्यवहार करते है परन्तु स्वभाव में उग्रता रखते हैं और कई बार आवेश व क्रोध में लाभ की जगह अपनी हानि कर लेते है। आत्म-प्रदर्शन व अत्यधिक हठ भी इनके लिये हानिकारक होती है।
सभी मामलों में ऊर्जावान बने रहते हैं। शांति, संयम, क्रोध भी उतना ही रखते हैं। मानसिक वैचारिक द्वंद्व बना रहता है। निष्कर्ष में संघर्ष होता है। शारीरिक, मानसिक हिम्मत, साहस भी स्वयं को रखना होता है। जातिगत, सामाजिक बंधनों के बजाय स्वयं की अलग पहचान चाहते हैं।
थोड़ा विस्तृत देख जाए तो ये जातक जीवन से प्रेम करते हैं, परन्तु उसे स्वयं ही संघर्षपूर्ण भी बना लेते हैं। सृजनात्मक कलाओं के अच्छे प्रशंसक होते हैं। उनकी आवश्यकताएं बहुत तथा खर्चीली होती हैं। पैसा टिकता नहीं। व्यक्तित्व अत्यन्त आकर्षक होता है। उसे और भी अधिक आकर्षक बनाना चाहते हैं। जीवन को पूरी शान के साथ जीना चाहते हैं और इसके लिए अपनी शक्ति का अपव्यय कर बैठते हैं। सिंह राशि के लोग केवल स्वयं ही शक्तिशाली नहीं होते अपितु वे अपनी शक्ति को दूसरों पर प्रक्षेपित भी किया करते हैं। वे अपने को प्रकाशित करने में कभी-कभी अजीब कठोरता का प्रदर्शन भी कर बैठते हैं। वे चाहते हैं कि अन्य लोग केवल उन्हीं को सुनें। सिंह राशि के लोगों को एकरसता पसन्द नहीं होती है। वे महत्वाकांक्षी, उज्ज्वल चरित्र वाले तथा लगनशील व्यक्ति होते हैं, परन्तु उनकी इच्छा यही रहती है कि पूर्वाधार का निर्माण कोई दूसरा ही कर दे, जिस पर वह स्वतन्त्रतापूर्वक स्वयं चल सकें। स्वतंत्रता, मौलिकता, लक्ष्य-प्राप्ति के लिए आत्म बलिदान की इच्छा सिंह राशि का प्रमुख गुण है। सिंह राशि वाले लोग अपने श्रोताओं के बीच बड़े विश्वास के साथ खड़े होते हैं। नाटक, अध्ययन तथा भाषण आदि के क्षेत्र में वे पर्याप्त उन्नति करते हैं। आतिथ्य करने की उनमें एक स्वाभाविक क्षमता होती है। वे अपने खर्च पर भी दूसरों को प्रसन्न करना चाहते हैं, दूसरों के प्रति जितनी अधिक गुण ग्राहकता का प्रदर्शन करते हैं, स्वयं भी उतनी ही अधिक प्रशंसा प्राप्त करते हैं। सिंह राशि के लोगों के विचार संतुलित तथा रचनात्मक होते हैं। वे अपने से बड़ी आयु के लोगों से भी विचारशील होते हैं। उत्सव, समारोह आदि सम्पन्न करने में अत्यन्त कुशल होते हैं। अपने मित्रों तथा परिचितों पर उनका प्रभाव पड़ता है। ईमानदार तथा लड़ाकू होते हैं। दूसरों को अपने अनुग्रहों द्वारा सुखी बनाना उन्हें अच्छा लगता है। आज्ञा देना उनके स्वभाव के अनुकूल होता है। आज्ञा प्राप्त करना उन्हें रुचिकर नहीं लगता। सिंह राशि वालों में अनेक प्रतिभाओं के बीज होते हैं, परन्तु उन्हें निरन्तर प्रेरणा की आवश्यकता होती है तथा उसके लिए मूल्य भी चुकाना पड़ता है। उन्हें सुख तथा शान्ति की प्राप्ति अपने ही भीतर से होती है, बाहर से नहीं होती। सिंह राशि वालों के रहस्य रचनात्मक प्रकृति के होते हैं। उनके हृदय में गुप्त घृणा अथवा गुप्त पक्षपात को कोई स्थान नहीं मिलता है। वह अपने भेदों का उपयोग लाभ के लिए करते हैं। सिंह राशि वालों को चहल-पहल की आवश्यकता अनुभव होती है। उनके धन का भण्डार भरा रहना चाहिए, जिसे वह उदारतापूर्वक खर्च करते हैं। खाली हाथ पकड़े जाने का भय उन्हें बहुत चिन्तित रखता है। सिंह राशि के लोग किसी संस्था के अध्यक्ष पद के लिए सर्वोत्तम रहते हैं। यह अन्य लोगों के आकर्षण के केन्द्र होते हैं।
व्यक्तित्व
सिंह में जन्म लेने वाले व्यक्ति स्वस्थ शरीर एवं सुदृढ़ व्यक्तित्व को लिए हुए होते हैं । जिनमें चुंबकीय आकर्षण होता है तथा इस सम्मोहन व्यक्तित्व के फल स्वरुप दूसरों से मित्रता तुरंत ही कर लेते है । बड़े हाथ-पांव वाले तथा चौड़ी छाती वाले होते हैं । मध्यम कद , गहरी नीली या काली आंखें तथा भौंहों पर घने बाल होते हैं । भौंहें परस्पर मिली हुई होती हैं । शरीर बलिष्ठ होता है एवं स्वभाव उग्र होता है ।
भावना
सिंह लग्न में जन्म लेने वाला व्यक्ति कुछ हठी , जिद्दी या फिर ना झुकने वाला होता है । क्रोध कम ही आता है किंतु एक बार आक्रोश से भर जाए तो वह शांत भी कठिनाई से ही होता है और शत्रु का अंत कर डालता हैं । स्वभाव गंभीर होता है परंतु व्यंग्यात्मक बातें करना भी उनकी प्रवृत्ति होती हैं । इस तत्व की प्रधानता रखने वाले कलाकारों से गहरी मित्रता रखने में रुचि लेते हैं एवं स्वयं भी संगीत आदि कलाओं में आस्था रखते हैं । ऐसे व्यक्ति जीवन की प्रत्येक प्रकार की परिस्थितियों में अपने आप को ढालने का सफल प्रयास कर लेते हैं या यह कहा जाए कि जीवन की प्रत्येक प्रकार की परिस्थितियों को अपने अनुकूल बना लेते हैं । ऐसे व्यक्ति अनुशासन प्रिय तथा आत्मविश्वासी होते हैं एवं सच्चे प्रेम में विश्वास रखते हैं । धर्म के मामले में उदार होते हैं । अपनी भावनाओं पर कैसे नियंत्रण रखा जाए यह ऐसे जातक से सीखा जा सकता है ।
जीवन में यह जिसे अपना लेते हैं उसके प्रति पूरे ईमानदार बने रहते हैं तथा मित्रता के नाम पर अपना सब कुछ अर्पण करने को तैयार हो जाते हैं । सिंह लग्न के जातक में शासन करने की अद्भुत क्षमता होती है , किंतु सफल या संतुष्ट हो जाने पर प्रायः निष्कर्मण्य हो जाते हैं । लेकिन किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति में आजीवन लगे रहते हैं । सिंह तत्व जातक शत्रुओं का मर्दन करने वाला होता है । उत्साह के साथ रण में पराक्रम दिखाने वाला भी होता है । ऐसे जातक अधिकतर पुलिस या सेना में भर्ती होते हैं तथा इस क्षेत्र में यह सफलता भी प्राप्त करते हैं ।
निपुणता
किसी अन्य क्षेत्र की अपेक्षा इस क्षेत्र में यह सहज ही निपुणता प्राप्त करने के साथ शीघ्र ही उच्च पद प्राप्त कर लेते हैं । जिन व्यक्तियों में इस राशि तत्व की प्रधानता होती है तथा उच्च अंशों में होती है तो वह सफल थानेदार , सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस , मेजर या कर्नल होते हैं , तथा युद्ध या युद्ध सदृश्य कार्यों में निपुणता दिखाकर प्रसिद्धि भी प्राप्त करते हैं । संश्यालु प्रवृत्ति होने के कारण गुप्तचर विभाग में भी यह जातक सफल होते हैं । ऐसे व्यक्ति के प्राया एक ही पुत्र होता है अपवाद रूप में या ग्रह स्थिति वस अधिक भी हो सकते हैं जो कि कुलदीप कहलाते हैं और पिता की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाते हैं । सिंह लग्न में जन्म लेने वाले जातक प्रारंभिक अवस्था में सुखी , मध्यम अवस्था में दुखी तथा अंतिम अवस्था में पूर्ण सुखी होते हैं ।
♦️ लग्न एवं लग्नेश पर अलग-अलग ग्रहों का प्रभाव लग्न एवं लग्नेश पर अलग-अलग ग्रहों के प्रभाव के कारण राशि के जो गुण स्वभाव होते हैं उसमें परिवर्तन हो जाते हैं , परंतु उस राशि का जो मुख्य स्वभाव होता है वह अवश्य व्यक्ति के अंदर विराजमान होता है । ♦️
सिंह में ग्रहों का महत्व
सूर्य
आपकी कुंडली में शारीरिक स्वास्थ्य एवं आयु के स्वामी होते हैं । यह अपनी दशा में राज्य , धन , स्वास्थ्य लाभ , राजस्व प्रताप देते हैं । सूर्य आपकी कुंडली में कारक होते हैं ।
चन्द्रमा
आपकी कुंडली में बाहरी स्थान एवं खर्च के स्वामी होते हैं चंद्रमा आप की कुंडली में तटस्थ रहते हैं यदि कमजोर हुए तो आंख में विकार व अपयश एवं निर्धनता देते हैं ।
मंगल
आपकी कुंडली में माता , जमीन , मकान , भाग्य एवं उच्च शिक्षा के स्वामी होते हैं । मंगल आपकी कुंडली में प्रबल कारक होते है ।
बुध
आपकी कुंडली में आमदनी धन का संग्रह एवं कुटुंब के स्वामी होते हैं । बुध आपकी कुंडली में सामान्य कारक होते हैं । यदि निर्बल हुए तो धन की हानि एवं कुटुंब से वियोग भी करवाते हैं ।
गुरु
आपकी कुंडली में विद्या बुद्धि संतान एवं आयु के स्वामी होते हैं । गुरु आपकी कुंडली में कारक एवं सामान्य अकारक होते हैं ।
शुक्र
आपकी कुंडली में छोटे भाई पराक्रम पिता राज्य एवं रोजगार के स्वामी होते हैं । शुक्र आपकी कुंडली में अकारक होते हैं परंतु ज्यादा निर्बल होने से पत्नी के स्वास्थ्य एवं राज्य संबंधी विषयों मैं कमी करते हैं ।
शनि
आपकी कुंडली में पत्नी व्यवसाय एवं रोग तथा शत्रु के स्वामी होते हैं शनि आपकी कुंडली में अकारक होते हैं ।
सिंह राशि स्वास्थ्य एवं रोग:
सामान्यता इनकी शोभायमान शारीरिक रचना होती है| रोग ग्रस्त होने पर वे शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ कर लेते हैं परंतु वे सरलता से भयभीत हो जाते हैं |जब कभी बीमारी अकस्मात आ जाती है सिंह राशि ह्रदय ,पीठ की रीढ, रीढ की मजा वाहिनी और शत्रु को सूचित करती है |अस्थि, पृष्ठ वंश, अंतरपृष्ठीय मांसपेशियां इस राशि द्वारा नियंत्रित होती हैं|
इसलिए हृदय रोग ,रीढ, मस्तिष्क की नाडीयोकी सूजन , मूर्छा ,ताप, लू आदि व्याधियों से जातक त्रस्त रहता है मिर्गी वातज्वर से व्यक्ति पीड़ित होता है| जब कभी लग़न क्रमानुसार मंगल एवं शनि से पीड़ित होता है कुंभ राशि सिंह राशि से ठीक विपरीत है और सिंह राशि से गिनने पर मकर राशि षष्टम राशि है अतः मकर एवं कुंभ राशि में अशुभकारी ग्रह टखने मे सूजन देते है तथा हृदय रोग होता है|
सिंह राशि में गुरु व्यक्ति को किसी भी प्रकार की शल्य क्रिया से बचाता है| यदि मंगल पीड़ित करता हो, रूधिरवाहिनियो, मे रक्त का जवाब या शल्य चिकित्सा देता है| सिंह राशि ह्रदय को शासित करती है जो शकील का मर्म स्थान है| संयमी जीवन आवश्यक है |व्यक्ति को मद्यपान, शक्ति वर्धक आदि नहीं लेना चाहिए अपितु उसे संतुलित आहार लेना चाहिए| इस कारण से हमारे पूर्वज सात्विक आहार लेने के पक्ष में रहे हैं|
सन 2024 मे सिंह राशि जातको का स्वास्थ्य
यह वर्ष स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अप्रत्याशित हो सकता है। अष्टम भाव स्थित राहू अचानक होने वाले रोगों की ओर संकेत दे रहा है। हालाँकि अप्रैल 2024 तक का समय गुरु की दृष्टि के कारण सही रहेगा। लेकिन गुरु के वृषभ में जाने और शनि के वक्री होने के बाद सेहत को लेकर परेशानियाँ बढ़ने की सम्भावना बन रही है। सामान्य वायरल और संक्रमण से जुड़े हुये रोगों को हल्के में लेने की आदत नुकसानदेह सिद्ध हो सकती है। आपको समय दर समय अपना रूटीन चेकअप करवाते रहना चाहिये। खानपान की आदतों पर नियन्त्रण रखें। खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
आर्थिक स्थिति
इस वर्ष जमापूँजी को लेकर समस्या होगी। व्यवसाय में उतार-चढ़ाव की स्थितियाँ बनी रहेंगी। जिसके कारण आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। केतु की द्वितीय भाव में स्थिति को लेकर आप धन खर्च करने को लेकर भी असहज रहेंगे। हालाँकि शनि आपको व्यवसाय में निवेश को लेकर उत्साहित करता रहेगा। लेकिन गुरु के दशम भाव के प्रभाव से आपको ज्यादा ही धन खर्च करना पड़ सकता है। हालाँकि जून से अगस्त के बीच शुक्र की उत्तम स्थिति आपको रियल एस्टेट और शेयर मार्केट में धन लाभ दे सकती है।
पारिवारिक एवं सामाजिक
इस वर्ष आपको अपने परिवार के सदस्यों का विशेष ध्यान रखना चाहिये। केतु के प्रभाव के कारण आपको परिवार में कलह का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिये वर्ष की शुरुआत में आपको ध्यान देना होगा। मई तक का समय पिता के लिये सुखद नहीं रहेगा। उनकी सेहत का विशेष ध्यान रखें। लेकिन इसके बाद गुरु के राशि परिवर्तन से परिवार की समस्याओं का निवारण होने लगेगा। माता-पिता का भरपूर सहयोग मिलेगा। बच्चों के विवाह को लेकर परेशानियों का निवारण होगा। यदि आप कड़वे वचनों का प्रयोग नहीं करते हैं तो आप कई परेशानियों से बच सकते हैं।
दाम्पत्य जीवन
इस वर्ष आपको वास्तविक प्रेम की खोज रहेगी। इसके लिये आप अपने प्रेमी और जीवनसाथी से आशा करते रहेंगे। लेकिन राहू की अष्टम भाव और शनि का सप्तम भाव में होना आपको अपेक्षित सुख से कई बार दूर कर सकता है। दूसरो से अपने पार्टनर की तुलना करने से बचें। यदि आप आपसी समझ और धैर्यवान होकर रिश्तों को समय देंगे तो सफलता मिलेगी। जुलाई के बाद का समय नये प्रेम-सम्बन्धों के लिये शुभ रहेगा। युवा प्रेमीजन के साथ आप घूमने जा सकते हैं। इससे रिश्तों में ताजापन आयेगा। ससुराल पक्ष के लोगों के साथ सम्बन्ध अच्छे रखें। वरना परेशानी में घिर जा सकते हैं।
शिक्षा और करियर
नौकरीपेशा लोगों के लिये वर्ष बेहतरीन रहेगा। ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहे जातकों को बेहतरीन जॉब मिल सकती है। विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई पर काफी ध्यान देने की आवश्यकता है। जनवरी से मई के बीच का समय काफी अच्छा रहेगा। लेकिन गुरु का वृषभ गोचर होने के बाद आपको कारोबार में समस्या होगी। विनिर्माण कार्यों से जुड़े लोग बड़ा धन लाभ कमा सकते हैं। हालाँकि नयी साझेदारी के लिये यह वर्ष कुछ खास नहीं रहेगा। राहू कई बार धोखे जैसी स्थितियाँ पैदा करेगा। वर्ष के अन्तिम तीन महीनों में आपको कुछ ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता है।
उपाय
👉 (1) बुधवार को पीपल के वृक्ष के नीचे चौमुखी दीपक जलायें और मछलियों, चींटियों को दाना डालें
उपाय👉 (2) वर्षभर शनि की अशुभ दृष्टि के निवारण हेतु हर शनिवार को शनि मन्दिर में तेल, तिल चढ़ाना और 'शनि स्तोत्रम्' का पाठ करना शुभ रहेगा।
उपाय👉 (3) हर संक्रान्ति को 'सूर्य गायत्री मन्त्र' की एक माला तथा सूर्यार्घ्य देवें तथा धर्मस्थान पर आटा, गुड़, लाल फल एवं लाल वस्त्र का दान शुभ होगा।
उपाय👉 (4) जन्मदिन पर जन्मदिन पूजन करवाकर अष्ट-दीर्घजीवी आचार्यों का पूजन करें।
उपाय👉 (5) श्री गणेशजी की प्रार्थना, पूजा उपयोगी रहेगी। विशेष तौर पर सायंकालीन पूजन-दर्शन से लाभ यात्रा दर्शन अथवा कुछ संकल्प, कष्ट से दर्शन-पूजन राहत बढ़ाएं
मीन मे राहु गोचर (सिंह राशि का फल)
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30 अक्टूबर को राहु आपके अष्टम भाव में आएंगे। यह समय आपकी सेहत और आपके कार्यों में परेशानी दे सकता है। अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें। किसी से मांग कर वाहन ना चलाएं। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और धन का निवेश करने से पहले सौ बार सोच लें क्योंकि इस दौरान आपको धन हानि होने या धन के डूबने की संभावना भी अधिक रहेगी। इस दौरान किसी के बहकावे में आकर किसी को अपना धन उधार ना दें, नहीं तो वह लौटकर आने की संभावना नहीं होगी।
सिंह राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर उनके अष्टम भाव से होगा। इस भाव से जीवन में होने वाली आकस्मिक घटनाओं का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान राहु की दृष्टि आपके द्वादश भाव आपके द्वितीय भाव और आपके चतुर्थ भाव पर होगी। राहु के इस गोचर के कारण आपको आर्थिक संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस समय आपको विशेष रूप से सलाह दी जाती है कि अपने ससुराल पक्ष के साथ किसी भी प्रकार का कोई आर्थिक लेनदेन न करें और किसी को अधिक धन उधार भी नहीं दें। राहु के इस गोचर के दौरान आपको अपनी वाणी पर विशेष ध्यान रखना होगा। खासतौर से अगर आप जनसंचार के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
इस समय आपकी वाणी की कठोरता से आपके बने बने काम बिगड़ सकते हैं। व्यापारी वर्ग के लिए राहु का गोचर आय के नए रास्ते खोलने वाला होगा हालांकि विदेशी संबंधी मामलों में आपको चतुराई से काम लेना होगा। राहु का यह गोचर आपकी नौकरी में परिवर्तन का भी संकेत कर रहा है। इस दौरान कोर्ट कचहरी के मामलों से आप दूर ही रहे तो आपके लिए अच्छा रहेगा। काफी समय से अगर आप अपनी संपत्ति बेचना चाह रहे थे तो राहु के इस गोचर में आपको सफलता प्राप्त हो सकती है। ऐसे विद्यार्थी जो शोध कार्य के लिए विदेश जाना चाहते हैं उनके लिए राहु का गोचर अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयों से आपका सामना हो सकता है। इस दौरान अपनी आंखों का और अपने कंधों का विशेष रूप से ख्याल रखें।
आपको काम की वजह से बार-बार विदेश जाना पड़ सकता है। ऐसे में आप पैसों और करियर को लेकर अपने ऊपर अधिक दबाव महसूस करेंगे। हो सकता है कि इस गोचर के दौरान आपको अपने भाग्य का साथ न मिल पाए। बेहतर होगा कि आप इस समय अपने भाग्य के भरोसे बैठने के बजाय जीतोड़ मेहनत करें क्योंकि इस गोचर के दौरान आपको सिर्फ मेहनत के दम पर ही लाभ मिल सकता है।
राहु के आठवें भाव में गोचर करने से आपको पैतृक संपत्ति और अन्य किसी अप्रत्याशित स्रोत से धन लाभ होने के संकेत हैं। मई, 2024 के बाद आपके खर्चे बढ़ सकते हैं और अपनी जरूरतों और जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए आपको लोन तक लेना पड़ सकता है। राहु के गोचर के समय आपको अपनी आंखों और दांतों का खास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि राहु का गोचर आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है। हालांकि, सेहत को लेकर कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या आपको परेशान नहीं करेगी। राहु के आठवें भाव में होने पर आपको अपनी इच्छा के विरुद्ध यात्रा करनी पड़ सकती है। राहु गोचर 2024 कहता है कि करियर के क्षेत्र में बेहतर संभावनाओं और उच्च प्रगति पाने के लिए आप नौकरी बदलने के बारे में भी सोच सकते हैं। मई, 2024 के बाद आपके लिए इस तरह की परिस्थितियां बनी हुई हैं।
उपाय👉 यदि जीवन में अधिक समस्याएं चल रही हैं तो रविवार के दिन रुद्राभिषेक संपन्न कराएं।
केतु का कन्या मे गोचर (सिंह राशि का फल)
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30 अक्टूबर को केतु का गोचर आपकी राशि से दूसरे भाव में होगा जो कि आपकी वाणी का भाव भी है। इस भाव में केतु के गोचर से आपकी वाणी में बदलाव शुरू होंगे। आप द्विअर्थी बातें करने लगेंगे। आपको किसी को भी उल्टा सीधा कहने से बचना होगा क्योंकि आपकी बातों का अर्थ निकाल पाना हर किसी के लिए संभव नहीं हो सकता है। ऐसे में बहुत हद तक संभावना है कि लोग आपको और आपकी बातों को गलत रूप में ले लें जिससे आप के प्रभाव में कमी आए। आपको इस दौरान अपने भोजन पर भी विशेष ध्यान देना होगा। यदि आप उल्टा सीधा भोजन करते हैं तो विषाक्त भोजन अर्थात फूड प्वाइजनिंग का शिकार भी हो सकते हैं। आर्थिक स्थिति को लेकर यह गोचर ज्यादा अनुकूलता नहीं दिखाता है इसलिए आपको अपने धन का संचय करने पर विशेष ध्यान देना होगा और उसके लिए कठिन प्रयास करने होंगे, तब जाकर आप आर्थिक स्थिति को मजबूत बना पाएंगे। भाई बहनों के नियमित सहयोग से आपको आर्थिक लाभ प्राप्त हो सकते हैं। आपको आंखों से संबंधित कोई समस्या हो सकती है या चश्मा चढ़ सकता है। ज्यादा देर तक जागने से आंखों के नीचे काले घेरे होने की संभावना बन सकती है इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें।
चंद्र राशि के अनुसार केतु आपके दूसरे भाव में रहेंगे इसलिए यह गोचर आपके लिए ज्यादा शुभ नहीं रहने वाला है। अधिक जिम्मेदारियों की वजह से आपको आर्थिक परेशानियां होने की आशंका है। अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए आपने जो लोन लिया है, उसकी वजह से आपके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। परिवार के सदस्यों, दोस्तों या जीवनसाथी के साथ आपके रिश्ते में भावनात्मक रूप से उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इसके कारण आपके जीवन में तनाव बढ़ने और आपकी खुशियों में कमी आने की आशंका बनी हुई है। हालांकि, बातचीत के ज़रिए आप अपनी कई परेशानियों को हल कर सकते हैं इसलिए अपने करीबियों से बात करें और अपने बीच की समस्याओं को सुलझाने की कोशिश करें। आध्यात्मिक मार्ग पर चलने से आप प्रसन्न महसूस करेंगे।
मई 2024 के बाद बृहस्पति के गोचर के दौरान बृहस्पति की दृष्टि केतु पर रहने वाली है इसलिए मई के महीने के बाद से परिस्थितियों में सुधार आना शुरू हो जाएगा। आपको इस समय औसत परिणाम प्राप्त होंगे लेकिन इसके साथ ही आपको करियर में कुछ अड़चनों का सामना भी करना पड़ सकता है। केतु गोचर 2024 के दौरान अगर आप सुनहरे भविष्य के लिए नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, तो आपको उसमें भी दिक्कतें देखने को मिल सकती हैं।
केतु के दूसरे भाव में होने के कारण आपके खर्चे काफी बढ़ सकते हैं और इन खर्चों को पूरा करने के लिए आपके सामने लोन तक लेने की नौबत आ सकती है। सेहत की बात करें, तो आपको दांत और आंखों में दर्द जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं इसलिए आप इस समय अपनी सेहत पर खास ध्यान दें।
दूसरे भाव में केतु की उपस्थिति से आपके परिवार के लोगों से अलगाव की भावना आपके अंदर उत्पन्न हो सकती है। बात करें धन संचित करने की तो यहां भी आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और आप धन संचय के प्रति कम झुकाव भी महसूस करेंगे। पारिवारिक चिंताओं को नजर अंदाज करने से आपके पारिवारिक रिश्तों में कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। विशेष तौर पर इस राशि के उन जातकों के लिए जो संयुक्त परिवार में रहते हैं। इसके अलावा पेशेवर जीवन में भी आपकी रुचि कम होने वाली है जो आपके लिए परेशानी की वजह बनेगी।
हालांकि 1 मई 2024 के बाद स्थिति में बदलाव की उम्मीद है जब बृहस्पति का प्रभाव केतु और आपके दूसरे घर पर पड़ेगा। इस अवधि के दौरान आपको वित्तीय बचत के मुद्दों से राहत मिलेगी और आपके परिवार की गतिशीलता और जिम्मेदारियां की गहरी समझ आपके अंदर उत्पन्न होगी।
विशेष रूप से 2024 में आपके दूसरे घर में केतु गोचर आपका ध्यान रहस्यमय और गुप्त क्षेत्र में बढ़ा सकता है। ऐसे में इस अवधि में आपका ज्यादा झुकाव ज्योतिष, टैरो रीडिंग या अन्य विषयों जैसे अध्यात्मिक गतिविधियों की तरफ ज्यादा होने वाला है। बृहस्पति का प्रभाव आपके गुरु से आपको उचित मार्गदर्शन और समर्थन प्राप्त कराएगा जिससे आपको इन विषयों को सीखने और समझने में मदद मिलेगी।
कुल मिलाकर देखें तो सिंह राशि के जातकों को सलाह दी जाती है कि इस वर्ष अपने दूसरे घर में केतु की उपस्थिति को पारिवारिक और वित्तीय चुनौतियों से अलग होने की संभावना के बारे में जागरूकता के साथ स्वीकार करें। हालांकि 1 मई से बृहस्पति के प्रभाव से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे। आपके जीवन में राहत की क्षण आएंगे और रहस्यमई विषयों में आध्यात्मिक विकास और समझ को बढ़ावा मिलेगा।
उपाय👉 प्रतिदिन नियमित रूप से पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं।
🐅सिंह राशि _के जातकों को उनकी मेहनत का पूरा फल देगी। इस महीने आपके द्वारा की गई मेहनत का पूरा फल मिलेगा। इस अवधि में आपको परिजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान आप काफी आराम और तनावमुक्त महसूस करेंगे। यदि परिवार में किसी का स्वास्थ्य पहले से ही खराब चल रहा है तो वर्तमान समय में उनकी सेहत में सुधार देखने को मिल सकता है। हालांकि, आप लग्जरी लाइफस्टाइल पर कुछ धन खर्च कर सकते हैं। कोई भी वस्तु खरीदते समय थोड़ा सावधानी बरतें।