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Scorpio

वृश्चिक SCORPIO

(तो, , नी, नू, ने, नो, या, यी, यू )

शुभरंग👉 लाल गुलाबी,

शुभ अंक👉 9,

शुभधातु👉 तांबा,

शुभरत्न👉 इटालियन मूंगा लाल ऑनिक्स,

शुभदिन👉 मंगलवार,

इंष्ट👉 हनुमान, हनुमानचालीस का पाठ लाभ देगा,

शुभ तारीख 👉 9, 18, 27,

शुभमास👉 चैत्र, वैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़, मध्यममास👉 श्रावण, भाद्रपद, आश्विन एवं माघ,

अशुभमास👉 कार्तिक, पौष, मार्गशीर्ष फाल्गुन।

व्यक्तित्व👉 कानूनविद्, गणक, संत, - - समीक्षक,

सकारात्मक तथ्य👉 बुद्धिमान, निडर, प्रकृति प्रेमी,

नकारात्मक तथ्य👉 ईर्ष्यालु प्रवृति,

वृश्चिक राशि राशि चक्र की आठवीं राशि है इसका स्वामी मंगल है। स्वभाव में जितना आंतरिक, क्रोधी, चिड़चिड़ाहट रहता है उतना ही शांति, संयम रखते हैं। स्थितियां वातावरण अधिकतर आपके सोच-विचार, स्वभाव के विपरीत रहता है। मानसिकता से सोचकर भी परिवर्तन संभव नहीं होता, कामकाज के प्रति सजग, गंभीर होते हैं। कार्यकुशलता बेहतर रखते हैं। स्वाभाविक कारणों से मित्रता विश्वास कम रहता है। छोटी-बड़ी बात का भी प्रभाव अधिक होता है। चंचलतावश वैचारिक दृष्टिकोण बदलते हैं। पश्चाताप, दुःख में रहते हैं। सहजता से आप राशि वालों को लोग सहयोगी समझ

नहीं पाते जिस कारण व्यर्थ की धारणाओं को मन में बनाते हैं उनको मन विचारों से निकालना मुश्किल होता है। पारिवारिक प्रेम, जवाबदारी रखते हैं स्पष्टता, सत्यता के कार्यों को महत्व देते हैं। स्वयं का विश्वास बनने तक गंभीरता, हठधर्मिता नहीं बना पाते। योजना, उद्देश्य, लाभ को महत्व देते हैं। अनिश्चितता में संयमित रहना कठिन हो पाता है। योग्यता, अनुभव से अधिकार रखते हैं। कार्यकुशलता, समर्पण की स्थिति में स्वयं का प्रभाव रखते हैं। तथा परिणामों की नहीं सोचते।

आतंकित, भयभीत एकदम से नहीं होते मन-मन दूसरों के प्रति लगन, सद्धाव रखते हैं। अपने कर्तव्यों से उसे दर्शाते हैं। विपरीत स्थिति विवाद में भी स्थिति अनुरूप एक- दूसरे को बाँधकर समझदारी दर्शापाते हैं। एकदम से अथवा जरूरी हो तो गुप्त कार्य, बात मन में ही रखते हैं। नजदीकी लोग किन्हीं मामलों में आपसे भय, दूरी रखते हैं जवाबदारी, सामाजिक, पारिवारिक प्रतिष्ठा के प्रति गंभीर रहते हैं। परंपराओं में विश्वास नहीं रहता। मगर जीवन में चमत्कार, अनहोनी के कारण फिर अति विश्वास, धारणाओं को मानते हैं। स्वयं का भी एक दर्शन उद्देश्य जीवन में रहता है।

मूत्राशय में अधिकांशतः शनि द्वारा होती है |वृश्चिक लग्न में जन्म लेने वाले व्यक्तियों के लिए वाह से षष्टम भाव रोग को सूचित करता है इसलिए मेष राशि द्वारा सूचित रोग, मेष राशिस्थ ग्रह और उनके नक्षत्रों में स्थित ग्रह, षष्ठी के नक्षत्रों में स्थित ग्रह और मंगल रोग देता है| अतः दिमागी परेशानियां, अनिद्रा, वातशूल, अप्राकृतिक निद्रा, मूर्छा,ताप, प्रेतबाधा, निंद में चलने की बीमारी मेष राशि द्वारा सूचित होती है| वृश्चिक लग्न स्थिर राशि होने से चंद्र न केवल राज योगआधिपति होता है अपितु बाधक स्थान आधिपति होता है इसलिए वृश्चिक लग्न में जन्म लेने वालों को चंद्र स्वास्थ्य संबंधी चिंता देता है|

ये बहुत वफादार दोस्त हो सकते हैं और उसी समय में, ये बहुत खतरनाक दुश्मन बनने की भी क्षमता रखते हैं। बदला लेने और बदला पाने की इच्छा इनकी रगों में खून बन कर दौड़ता हैं। इनकी विस्मयकारी शक्ति और रहस्यमय नजरें इनके आस पास के लोगो को सम्मोहित कर देती हैं। ये तीव्र, हावी, क्रूर और प्रतिबद्ध होते हैं। और अपने जीवन की लड़ाई अपनी उत्सुक बुद्धि, धैर्य और रचनात्मकता के साथ लड़ने के लिए अभ्यस्त हैं। निश्चित रूप से ये मिलनसार या उदार नहीं होते हैं लेकिन अपने लाभ के लिए जोड़-तोड़ करने वाले या षड्यंत्र करने वाले नहीं होते हैं।

सन 2024 में वृश्चिक राशि जातकों का स्वास्थ्य👉

इस वर्ष शनि की ढैय्या के प्रभाव में रहेंगे। जिसके कारण आपकी सेहत में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहेगा। स्पाइन की समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिये यह वर्ष शुभ नहीं है। आहार शुद्धि पर आपको विशेष ध्यान देना होगा। गुरु की छठे और पञ्चम भाव में दॄष्टि के कारण पेट में किसी रोग के विकसित होने की आशंका है। मई 2024 तक का समय सेहत के लिये बिल्कुल ठीक नहीं है। हालाँकि इसके बीच में राशि स्वामी मंगल जब मकर में होगा तब स्वास्थ्य में स्थिरता रहेगी। अपने वजन को किसी तरह से बढ़ने दें। जुलाई के बाद का समय काफी शुभ रहेगा।

आर्थिक स्थिति

आर्थिक दृष्टिकोण से इस वर्ष आप काफी भाग्यशाली रहेंगे। शनि आपको रियल एस्टेट में अच्छी खासी सफलता देने वाले हैं। अचल सम्पत्ति में भी वृद्धि हो सकती है। निवेश के माध्यम से आप बड़ा धन लाभ कमा सकते हैं। मई 2024 तक गुरु मेष में रहेंगे जिसके कारण आपको उधार देने और लेने से बचना चाहिये। पुरानी कुछ सेविंग्स आपको नुकसान से बचा सकती है। केतु के एकादश भाव में होने के कारण आय में कुछ अनिश्चितता रहने वाली है। अचानक धन-लाभ और धन-हानि भी हो सकती है।

पारिवारिक एवं सामाजिक स्थिति  

 पारिवारिक जीवन इस वर्ष आपके लिये शुभ रहेगा। आप अपने परिवार पर काफी ध्यान देंगे। माता-पिता आपका समर्थन करेंगे। हालाँकि मार्च माह पिता की सेहत के लिये ठीक नहीं है। नया घर बनवाने का प्लान कर सकते है। इसमें आपको सफलता मिलने की सम्भावना है। वर्ष की शुरुआत में आप परिजनों के साथ घूमने जा सकते हैं। बच्चे गलत संगति की तरफ बढ़ सकते हैं। जुलाई के बाद का समय सन्तान के लिये शुभ रहेगा। समाज में आपका वर्चस्व बढ़ने वाला है। मार्च और अगस्त माह में झगड़ों और बहसबाजी से आपको बचना चाहिये।

दाम्पत्य जीवन

 प्रेम-सम्बन्धों के दृष्टिकोण से वर्ष विशेष शुभ नहीं है। मन में असन्तुष्टि के भाव उभर के सकते हैं। राहू पञ्चम भाव पर प्रभाव डालते हुये आपकी लव लाइफ को अस्थिर करते रहेंगे। आप अपने प्रेमी से ऐसी अपेक्षा रख सकते हैं जो शायद व्यवहारिक ही हों। वर्ष की शुरुआत में आपका प्रेमी आपके ऊपर विवाह को लेकर कुछ दबाव दे सकता है। अप्रैल से जून के बीच में झगड़ा या प्रेमीजन को शारीरिक समस्या हो सकती है। जुलाई से सितम्बर के बीच का समय वैवाहिक जीवन के लिये भी शुभ नहीं है। अक्टूबर के बाद विवाह के लिये स्थितियाँ शुभ नहीं है।

शिक्षा औ करियर

शिक्षा औ करियर के दॄष्टिकोण से आप इस वर्ष काफी भाग्यशाली रहने वाले हैं। वैकल्पिक शिक्षा का बेहतरीन लाभ आपको करियर में मिलने वाला है। जो लोग जॉब के साथ पढाई करते हैं वो किसी प्रतियोगी परीक्षा में सफल हो सकते हैं। इससे आपका आत्मविश्वास और मनोबल बढ़ा रहेगा। छोटे बच्चे जरूर पढ़ाई से भ्रमित हो सकते हैं। आप अपनी पढ़ाई के अलावा अन्य दूसरे विषयों की तरफ आकर्षित रहेंगे। जून-जुलाई के बाद शिक्षा में रही बाधा दूर होगी। अपने कार्यक्षेत्र में कुछ सुधार कार्य भी करा सकते हैं। बैंकिंग और एकाउन्ट्स क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिये वर्ष विशेष शुभ नहीं है।

कुल मिलाकर वृश्चिक राशि जातकों के लिए इस वर्ष का दिनमान गोचर गतिचार एक पक्षीय रूप में शुभ विधायक नहीं, नियोजित सन्तुलित जन-जीवन पर विशेष लक्ष्य साधना रखावें तथा शांत मनोवृत्ति, नीति-रीति, संयम, विवेक आदि गुण - धर्मों का आश्रय विशेषकर लेवें। कुयोग रचना 60 प्रतिशत तो सुयोग का निर्माण 40 वर्ग का ही विदित होता है। इसी अनुपात नियम से प्रति विषयक जीवनीय प्रतिफल बन पावे। कुयोगद रचनावश वाद-विवाद कार्य विबाधा, विरोधाभास, जमीन-जायदाद, भूमि, स्त्री वर्ग तत्त्व से चिन्तन मनोविकार रहे। सुख-सम्पदा, यश, मानद जीवन स्तर, आर्थिक कोष की कमी आदि से असन्तोष की गति- मति। कार्य व्यवसाय में कमी, रकम अवरोध, लाभ आमद का गतिक्रम इच्छानुकूल नहीं बन पावें। यथासंभव अधिकारीगण तथा मित्र, बान्धव, सहयोगी वर्ग से वाद-विवाद नहीं हो पावे, इस पर ध्यान रखें। सुयोग वृद्धि हेतु सिद्ध साधित शनि मुद्रिका धारण करें तथा गुरुवार का व्रत रखना भी शुभ सूचक

उपाय

)👉 बुधवार को चीटियों को आटा और शक्कर डालें। प्रतिदिन घी का दीपक जलायें।

 👉 (2) वर्षभर प्रत्येक शनिवार काँसे की कटोरी में तेल का छायापात्र करना, शनि-मन्दिर में काले तिल, तेल शनि का बीज मन्त्र पढ़ते हुए चढ़ाना शुभ रहेगा।

👉 (3) लगातार 7 मंगल या शनिवार अन्धविद्यालय या कुष्ठ आश्रम में सूखा अनाज या पकाया हुआ भोजन दान करें।

मीन मे राहु गोचर (वृश्चिक राशि का फल)

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30 अक्टूबर को जब राहु का गोचर आपके पंचम भाव में होगा तो आपकी बुद्धि का विकास होगा। आप बड़े निर्णय लेंगे और आपकी बुद्धि पर राहु का पूर्ण प्रभाव होने से आपकी निर्णय क्षमता बेहद तेज रहेगी। आपकी संतान के लिए यह समय ध्यान देने का होगा क्योंकि उनकी संगति बिगड़ सकती है और वह गलत सोहबत में पड़कर कुछ गलत कर सकते हैं इसलिए उनका ध्यान अवश्य रखें। प्रेम संबंधों के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। प्रेम संबंधों में रोमांस के पल आएंगे और संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। विद्यार्थियों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और उनके जीवन में चुनौतियां प्रस्तुत होंगी लेकिन उनका दिमाग तेज होगा। जो एक बार पढ़ लेंगे, वह अच्छे से याद भी हो जाएगा। इसका फायदा उन्हें अपनी शिक्षा में देखने को मिलेगा।

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर अब पंचम भाव से होगा। इस भाव में विराजमान राहु की दृष्टि आपके नवम भाव यानी कि भाग्य स्थान पर, आपके लाभ स्थान पर और आपके लग्न स्थान पर होगी। राहु के इस गोचर के कारण आपको आपके प्रेम संबंधों में बहुत समझदारी के साथ आगे बढ़ना होगा। इस समय इस बात की पूरी संभावना है कि आपका प्रेमी आपके साथ कुछ अप्रिय कर सकता है। विद्यार्थी वर्ग को अपनी संगत की ओर ध्यान देना होगा। किसी भी प्रकार के बुरे लोगों की संगत आपके भविष्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

अगर आप शेयर मार्केट में पैसा लगाते हैं तो किसी फाइनेंस एक्सपर्ट की सलाह पर ही पैसा लगाए। इस समय आपके कार्यों में आपको थोड़ी रुकावट महसूस होगी। भाग्य का साथ आपको काम मिलेगा हालांकि व्यापारी वर्ग के लिए राहु का यह गोचर एक से अधिक स्रोत बनाने का कार्य भी कर सकता है। अगर आपके पारिवारिक जीवन के लिहाज से देखें तो राहु का यह गोचर थोड़ा मानसिक कष्ट देता हुआ दिखाई पड़ रहा है। अगर आपको पेट से जुड़ी कोई बीमारी है तो समय-समय पर डॉक्टर से परामर्श लेना उचित रहेगा।

इस समय आपको शेयर मार्केट से मुनाफा कमाने के मौके मिल सकते हैं। इस गोचर के दौरान शेयर मार्केट और आय के ऐसे स्रोतों में आपकी रुचि बढ़ सकती हैं जिनमें अचानक धन लाभ होने की ज्‍यादा संभावना रहती है।

यह गोचर भविष्‍य में होने वाली अच्‍छी और बुरी घटनाओं के बारे में आपका मार्गदर्शन करेगा। इस दौरान राहु के पांचवे भाव में होने पर आप अपने बच्‍चों की प्रगति के बारे में सोच सकते हैं। आप अपने भविष्‍य को लेकर भी बहुत ज्‍यादा चिंतित हो सकते हैं जिसकी वजह से आपकी सेहत में गिरावट आने की भी आशंका है। आपको इस समय अपने बच्‍चों की चिंता सता सकती है जिसकी वजह से आपके मन की उलझनें और ज्‍यादा बढ़ जाएंगी। साल 2024 में राहु के गोचर के दौरान आपको शांत रहने की जरूरत है। राहु के पांचवे भाव में होने पर आपकी बुद्धि तेज होगी।

उपाय👉 श्री दुर्गा चालीसा का नियमित पाठ करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।

केतु का कन्या मे गोचर (वृश्चिक राशि का फल)
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30 अक्टूबर को केतु आपके द्वादश भाव से निकलकर एकादश भाव में गोचर करने यह आपके लिए एक स्वर्णिम समय जैसा समय होगा। आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। मन में जो इच्छाएं आपने अब तक पाल कर रखी थीं, वे पूरी होने का समय आ जाएगा। आप की आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगेगी। अन्य माध्यमों से धन लाभ होने के सुंदर योग बनेंगे। संतान के लिए यह समय थोड़ा सा उतार-चढ़ाव से भरा रहेगा और प्रेम संबंधों में भी उतार-चढ़ाव दिखा सकता है लेकिन आपके पास धन की कोई कमी नहीं रहेगी और सुदृढ़ देश की स्थिति प्राप्त करके आप भी फूले नहीं समाएंगे।

चंद्र राशि के अनुसार केतु आपके ग्‍यारहवें भाव में हैं इसलिए केतु गोचर 2024 आपके लिए बहुत ज्‍यादा शुभ और फलदायी साबित होगा। आपको अपने सभी प्रयासों में सफलता मिलेगी और इस समय आप अपनी समझदारी और बुद्धिमानी से सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। आप इस गोचर के दौरान अपने हुनर और काबिलियत को पहचान पाएंगे। केतु के गोचर करने पर आप पैसों के निवेश जैसा कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं। इस समय लिए गए निर्णयों से आपको अत्‍यधिक लाभ मिलने की संभावना है।

इस समयावधि में आपके खर्चों में कमी आएगी और आप अधिक पैसों की बचत कर पाएंगे। अब आप अपने मन की आवाज़ को सुन पाएंगे। आप अपने अंदर छिपी प्रतिभा और हुनर को पहचान पाने में सक्षम होंगे। वहीं मई, 2024 के बाद बृहस्‍पति का गोचर होगा जिससे आप सफलता पाने के लिए ज्‍यादा समर्पित रहेंगे। मई के महीने के बाद आपको कई नए दोस्‍त बनाने का भी मौका मिलेगा। वहीं व्‍यापारियों को अपने क्षेत्र में अच्‍छे परिणाम मिलेंगे और ये एक लीडर के रूप में उभर कर आएंगे।

केतु की उपस्थित वित्तीय संदर्भ में शुभ संकेत नहीं दे रही है। जिसके परिणाम स्वरूप इस क्षेत्र में आपको कैसे परिणाम मिलेंगे यह ग्रह की दशा अवधि पर निर्भर करता है। हालांकि यह बात स्पष्ट है कि आप चाहे वित्तीय लाभ देखें या हानि आप खुद को अपनी वित्तीय स्थिति से असंतुष्ट पाएंगे। हाँ लेकिन आर्थिक मुद्दे से जुड़ी कोई चिंता इस समय आपके जीवन में नहीं रहने वाली है।

2024 केतु गोचर के दौरान आप कुछ हद तक गैर-सामाजिक बनने की प्रवृत्ति दिखा सकते हैं। बल्कि साथ ही इस समय अवधि में आपका ध्यान नए ज्ञान को प्राप्त करने, अपने प्रेम जीवन से संबंधित मामलों पर ध्यान केंद्रित करने, और विवाहित जातकों का ध्यान अपने संतान की भलाई और स्थानांतरण की तरफ हो सकता है। प्रभाव स्वरूप इस भटके हुए ध्यान के चलते आप जैसे-जैसे जीवन की संपत्ति के वास्तविक सार को समझेंगे आपका सामाजिक दायरा दोबारा से सिकुड़ना या कम होना शुरू हो जाएगा।

दूसरी तरफ ग्यारहवें भाव में 2024 केतु गोचर आपके बड़े भाई बहनों या मामा के साथ विवाद की वजह बन सकता है। इसके अलावा अपने पेशेवर जीवन में कुछ अप्रत्याशित बदलावों की भी आशंका बन रही है जिससे आपकी आय के कई स्रोत खुलेंगे।

कुल मिलाकर देखें तो वृश्चिक राशि के जातकों को इस वर्ष ग्यारहवें भाव में केतु की उपस्थिति के चलते आर्थिक संबंध और सामाजिक संबंध के संबंध में ढ़ेरों चुनौतियां उठानी पड़ सकती है। इन चुनौतियों से समझदारी पूर्वक निपटाकर आगे बढ़ाने की आपको सलाह दी जाती है। आप अपनी वित्तीय स्थिति से भी असंतुष्ट नजर आ सकते हैं। व्यक्तिगत विकास और पारिवारिक मामलों पर आपका ध्यान ज्यादा रहेगा। व्यावसायिक परिवर्तन के लिए खुद को तैयार रखें।

उपाय👉 मंगलवार और शनिवार के दिन बरगद के पेड़ पर कच्चा दूध, चीनी और तिल चढ़ाएं।

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