कुंभ राशि
कुम्भ AQUARIUS
(गु, गे, गो, सा, सी, सु, से, सो, द)
शुभरंग👉 नीला,
शुभ अंक👉 8,
शुभधातु👉 लोहा,
शुभरल👉 नीलम,
शुभदिन👉 शनिवार,
ईष्ट👉 शनिदेव की आराधना शुभफल देगी, शनिचालीसा का पाठ करें,
शुभतारीख👉 8, 17, 26,
शुभमास👉 ज्येष्ठ, आषाढ़, भाद्रपद, आश्विन व पौष,
मध्यममास👉 वैशाख, कार्तिक, मार्गशीर्ष, माघ व फाल्गुन,
अशुभमास👉 चैत्र व श्रावण ।
मित्र राशि👉 मीन, वृष, मकर,
शत्रु राशि👉 कर्क, मेष, सिंह,
व्यक्तित्व👉 अवधूत योगी, साधक, तपस्वी, सत्यखोजी, अन्वेषक, यशस्वी, सकारात्मक तथ्य - संवेदनशील, समाजप्रिय, कुटुम्ब प्रेमी,
नकारात्मक तथ्य👉 निरन्तर विचार बदलने की प्रवृत्ति,
कुंभ राशि के जातक अपने आस-पास की दुनिया को सुधार कर उसे रहने लायक एक अच्छी जगह बनाना पसंद करते हैं। इस राशि का प्रतीक एक आदमी है, जो कंधे पर घड़ा उठाये हुए है। ये सच्चे अर्थो में मानवीय गुणों से भरपूर होते हैं। उन्नतशील और आधुनिक जो अपने विचारो पर चलते हैं और जल्द ही दूसरे लोग भी इनसे जुड़ जाते हैं और एक बेहतर समाज बनाने के प्रयास में लग जाते हैं। इनकी मित्रता का दायरा काफी बड़ा होता है।
कुंभ राशि के जातक मानव जाति के प्रति प्यार और समाज की बेहतरी के लिए कुछ भी कर सकते हैं। लेकिन उसी समय में ये शांत और अलग हो जाते हैं और भावनात्मक लगाव से रहित हो जाते हैं। ये निष्पक्ष, आधुनिक और व्यावहारिक होते हैं।
ये अपने विचारों, जीवन और गति की स्वतंत्रता पसंद करते हैं और अक्सर महान आविष्कारक या तकनीकी विशेषज्ञ साबित होते हैं। अपने हर समय के बदलते विचारों की वजह से ये कभी-कभी सनकी साबित होते हैं। अलग सोच रखने वाले लोगो से कुंभ राशि के लोग सबंध नहीं बना पाते हैं।
सहानुभूति, संवेदनशीलता, दार्शनिकता, दोस्ताना, आदि गुण कुंभ राशि में जन्में जातकों का एक मजबूत कौशल होता है। ये जानबूझकर अपने आप में खोए रहते हैं। जिससे दूसरे लोगों को इनसे मिलने-जुलने में परेशानी आती है। नतीजन, अक्सर ये अकेले पड़ जाते हैं।
कुंभ राशि के लोग आकर्षक होते हैं और उनके बारे में जो कुछ भी है, वो नरम और कोमल होना चाहिए। लेकिन, इनकी अपारंपरिक मानसिकता और मौलिकता अक्सर इनके विचित्र और अप्रत्याशित व्यवहार में प्रकट होती है। ये हमेशा अपने ज्ञान के क्षितिज का विस्तार करने के लिए प्रयासरत रहते हैं। इनका विश्लेषणात्मक मन इन्हें विज्ञान और आविष्कार के प्रति भी आकर्षित करता हैं। ये आसानी से उत्तेजित नहीं होते, बल्कि धैर्य से काम लेते हैं। कुंभ राशि के जातक जल्दी अपनी राय नहीं बदलते हैं। इन्हे कट्टरपंथी भी नहीं कहा जा सकता है, ये प्रगतिशील दृष्टिकोण रखते हैं।
कुंभ राशि में जन्मे जातक प्रतिभाशाली वैज्ञानिक और चिकित्सक बन सकते हैं। ये अपने कौशल का विश्लेषण अच्छी तरह करते हैं और घंटो अपना ध्यान केंद्रित करके रख सकते हैं। ये कलात्मक गतिविधियां में भी अच्छे होते हैं। कानून का भी एक और ऐसा क्षेत्र है, जिसमें ये बिना किसी ज्यादा समस्या के आगे बढ़ सकते हैं। हालांकि, पैसा कभी भी कुंभ जातको को चिंतित नहीं करता हैं। ये अक्सर परोपकार करते हैं और यात्रा में व्यस्त रहते हैं। जिससे इन्हें नुकसान भी होता हैं।
कुंभ राशि के जातक अपना निजी समय और स्थान बहुत पसंद करते हैं और उसमें घुसपैठ का स्वागत नहीं करते हैं। लेकिन जब लोग इन्हें जान जाते हैं, तो इन्हें आकर्षक और काफी करामाती पाते हैं। कुंभ राशि के लोगो के साथ प्यार करने का मतलब उनके कलात्मक और बौद्धिक रुचियों को साझा करना हैं। ये अपने साथी के लिए सब कुछ एकदम सही करना चाहते हैं। इनका प्यार और शादी के प्रति दृष्टिकोण तार्किक और बौद्धिक होता है। इसलिए मन के साथ दिमाग से भी प्यार करना एक अच्छे रिश्ते की पहचान है। ये मिलनसार और समझौतावादी होते हैं।
जैसा की कुंभ राशि सूर्य की राशि से विपरीत है कुंभ लग्न वाले जातक संक्रामक रोगों से प्रभावित होते हैं |यदि व्यक्ति अल्प परिश्रम से ही थकान महसूस करता है तो उसे तत्काल योग्य चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए |दोनों में तकलीफ और टॉन्सिल्स की शिकायत होती है.शनि शीत ग्रह होने से और कुंभ राशि वायु तत्व राशि, संतोषप्रद भ्रमण नहीं हो पाता है , वे शीत ऋतु का प्रतिकार नहीं कर पाते हैं और उन्हें हाथ पैरों को गर्म रखना पड़ता है| किसी चोट या घर्षण के तुरंत पश्चात, उन्हें देखभाल करनी होती है| उन्हें मलेरिया संक्रमित क्षेत्र से दूर ही रहना चाहिए बहुत अधिक परिश्रम नहीं करना चाहिए| और जब आवश्यकता हो तो विश्राम करना चाहिए|कुंभ राशि भचक्र की एकादश राशि होने से व्यक्ति पैर की नली अवयवों से पीड़ित होता है |शिराओं की सूजन के प्रति सजग रहना चाहिए| हृदय की तकलीफ हो सकती है वात रोग या रक्तचाप की शिकायत हो सकती है पैरों में सूजन हो सकती है पीड़ित शुक्र चर्म रोग एक्जिमा आदि देता है | व्यक्ति नेत्र रोग से पीड़ित होता है, चंद्र जलोदर रोक देता है धनिष्ठा नक्षत्र में स्थित गृह तेज बुखार, मलेरिया , उच्च रक्तचाप अस्थि भंग आदि देता है|
कुछ अन्य गुणों की बात करें तो ये जातक मानवीय दृष्टिकोण और प्रगतिशील जीवन और उसकी समस्याओं के प्रति स्वस्थ दृष्टिकोण रखते हैं। संकोची होते हे।, निर्णय लेने से पूर्व पूर्ण नापतौल करते हैं या अन्य लोगों द्वारा कार्यारम्भ करने तक प्रतीक्षा करते हैं। सदा सकतर्कता, धैर्य, एकाग्रता, अध्ययनशीलता से युक्त रहते हैं। वार्तालाप रूचिकर होता है। स्पष्टवादी, सबके प्रिय होते हैं। दयालु, अध्ययन पे्रमी और सज्जन होते हैं। अतीन्द्रिय शक्ति से युक्त होते हैं, ध्यान-साधना में रूचि होती है। स्मरणशक्ति तीव्र, दृष्टिकोण वैज्ञानिक होता है। गरीबों के सेवक होते हैं। नवीन तकनीक और मशीनरी, अनुसंधान, निवेश आदि द्वारा धनार्जन करते हैं। तकनीकी शिक्षा में रूचि होती है। परिवार से लगाव होता है। जीवनसाथी के चुनाव में आयु को अनदेखी कर बृद्धि और शिक्षा में समानता पर जोर देते हैं। गृह सुसज्जित होता है जिसमें आधुनिक ढंग से पुरातात्विक सामग्री एकत्रित रहती है। अपने प्रेम को अभिव्यक्त नहीं करते। अगर इनका प्रेमी वासनाप्रिय हो तो वह असंतुष्ट होता है। क्योंकि कुंभ राशि के व्यक्ति शीतल होते हैं।
ईस्वी सन 2024 मे कुम्भ राशि जातको का स्वास्थ्य
इस वर्ष आपका स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। दूसरे भाव पर रहने वाला राहू गले में कई तरह के विकार पैदा कर सकता है। खानपान की अशुद्धता के कारण मुख में छाले और इन्फेक्शन आपको परेशानी में डालते रहेंगे। यदि आप एल्कोहल और तम्बाकू आदि का सेवन करते हैं तो इस वर्ष आपको काफी सावधान रहना चाहिये। और सम्भव हो तो नशे से जुड़ी सभी सामग्रियो को त्याग दें। शनि देव की स्थिति के कारण पैरों और घुटनों में दर्द की समस्या होती रहेगी। तनाव को कम करने के लिये योग और ध्यान का सहारा लें। साथ ही आप आयुर्वेद का भी सहारा लें। गुरु के चौथे भाव में गोचर के प्रभाव से आपको स्वास्थ्य लाभ हो सकता है।
आर्थिक स्थिति
आपके धन कमाने की क्षमता में वृद्धि होगी। धन-लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं। गुरु नवम और एकादश भाव में दॄष्टि रखेंगे जिसके कारण व्यवसाय में आपकी आय बढ़ेगी। लेकिन आप अनावश्यक धन बर्बाद भी कर सकते है। क्रिप्टो करन्सी और वर्चुअल माध्यम से किये गये इन्वेस्टमेन्ट से आपको नुकसान हो सकता है। किसी भी बड़े आर्थिक निवेश के पहले किसी विशेषज्ञ से राय अवश्य ले लें। अपने महत्वपूर्ण दस्तावेजों को आप सम्भाल कर रखें। यदि आप किसी तरह की चूक करते हैं तो आपको बडी़ आर्थिक हानि भी हो सकती है। द्वितीयस्थ राहू आपको निवेश को लेकर भ्रमित भी कर सकता है। अगस्त से नवम्बर आर्थिक दॄष्टि से शुभ रहेगा।
पारिवारिक एवं सामाजिक स्थिति
शनि आपकी राशि पर पूरे वर्ष छाये रहेंगे जिसके कुछ अच्छे तो कुछ बुरे परिणाम देखने को मिल सकते हैं। गुरु वर्ष के प्रारम्भ में तृतीय स्थान को प्रभावित करेंगे। इसके कारण भाई-बहनो के जीवन में कुछ उथल-पुथल देखने को मिल सकती है। राहू दूसरे भाव में जल राशि में बने हुये हैं इसीलिये किसी परिजन को सेहत की समस्या ज्यादा परेशान कर सकती है। सम्वादहीनता की स्थितियाँ आपके कई रिश्तों को बिगाड़ भी सकती है। फेक या फर्जी व्यवहार रिश्तों में बिखराव का कारण बन सकता है। इसीलिये अपने व्यवहार को वही रखें जो की आप वाकई हैं। जुलाई के बाद का समय सामाजिक जीवन के लिये ठीक रहेगा।
दाम्पत्य जीवन
प्रेमीजन आपके प्रति काफी प्रेम भाव रखेगा। जो आपको मानसिक रूप से हेल्प करेगा। शुरुआती तीन महीने आपको नये वैवाहिक और प्रेम-सम्बन्धों से बचना चाहिये। गुरु के चतुर्थ भाव में आने के बाद जीवनसाथी को स्वास्थ्य लाभ होगा। इस वर्ष जीवनसाथी पर आपको काफी ध्यान देना होगा। उनका स्वास्थ्य वर्ष की शुरुआत में आपको परेशान करता रहेगा। आप अपनी जिम्मेदारियो से पीछे न हटें। फरवरी और जुलाई का महीना जीवनसाथी के लिये शुभ नहीं रहेगा।
शिक्षा और करियर
छोटे बच्चों को पढ़ाई में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तकनीकी शिक्षा के जुड़े लोगों के लिये यह वर्ष थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आप अपने लक्ष्यों से दिग्भ्रमित हो सकते हैं। अप्रैल और अगस्त माह आपकी पढ़ाई को लेकर शुभ नहीं रहेंगे। लेकिन मई के बाद गुरु के गोचर परिवर्तन के बाद आपकी पढ़ाई में प्रगति होगी। शनि की दॄष्टि आपके दशम भाव पर रहेगी इसके कारण आप अपने काम पर बहुत ध्यान देंगे। शनि आपको करियर में आगे बढ़ने के लिये काफी प्रेरित करेंगे। वर्ष की शुरुआत में ही जॉब बदलने के आपको मौके मिल सकते हैं।
कुल मिलाकर साल 2024 कुंभ राशि जातकों के लिए नए और उत्साहजनक अवसरों का साल हो सकता है। यह साल आपको आपके लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए नई दिशा में आगे बढ़ने का मौका देगा। आपको नए क्षेत्रों में अपने पोटेंशियल को बढ़ाने की आवश्यकता हो सकती है, जो आपके आजीविका, व्यवसाय, वित्तीय स्थिति, परिवारिक और सामाजिक जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा में सफलता की ओर ले जा सकते हैं।
साल 2024 कुंभ राशि वालों के लिए एक सामरिक और उत्साहजनक साल हो सकता है। यह एक साल हो सकता है जब आपको अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कठिनाइयों का सामना करना होगा, लेकिन आपको नए और महत्वपूर्ण अवसरों का भी लाभ उठाने का मौका मिल सकता है। अपने आजीविका, व्यवसाय, वित्तीय स्थिति, परिवारिक और सामाजिक जीवन, स्वास्थ्य और शिक्षा में आप आगे बढ़ सकते हैं और सफलता के पथ पर अग्रसर हो सकते हैं।
उपाय
(1)👉 गणेश जी को दुर्वा अर्पित करें। शनि स्तोत्र का शनिवार को दीपक जलाकर पाठ करें।
👉 (2) प्रत्येक शनिवार को शिव मन्दिर में शिवलिङ्ग पर कच्ची लस्सी, बिल्वपत्र, 1 चुटकी शक्कर डालकर ( ॐ नमः शिवायः) मन्त्र पढ़कर अभिषेक करें।
(3)👉 लोहे की कटोरी में तेल का छायापात्र करते रहें तथा वह तेल पाँच रविवार आक के पौधे पर डालें। पाँचवें शनिवार तेल चढ़ाने के पश्चात् तेल की कटोरी वही दबा दें।
(4) कार्तिक मास में (ता. 17 अक्तू से) प्रतिदिन सूर्य भगवान् को 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' मन्त्र के साथ अर्घ्य दें तथा कार्तिक माहात्म्य का पाठ करें।