- चावल को पूर्णता का प्रतीक तथा देवताओं का प्रिय भोग माना गया है।
केवल धर्म-कर्म में ही नहीं चावल का प्रयोग कई प्रकार के तंत्र-मंत्रों में भी किया जाता है। चावल के कुछ आसान से टोटकों को अपना कर आप अपनी सभी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
पितृ दोष दूर करने के लिए
अमावस्या के दिन चावल की खीर बनाकर उसमें रोटी चूर लें तथा इसे कौओं खिला दें. इस उपाय से घर के पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
कुंडली में चन्द्रमा की अशुभता दूर करता है
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्र अशुभ हो या किसी दुष्ट ग्रह के प्रभाव से अपना पूरा असर नहीं दे पा रहा है तो ऐसे आदमी को अपनी माता से एक मुट्ठीभर चावल विधिपूर्वक दान ले लेने चाहिए। इससे हमेशा के लिए चन्द्रमा की अशुभवता दूर हो जाती है।अपनी तिजोरी में रख लें
शत्रुओं को समाप्त करने के लिएअगर आपके शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहे हैं और आपके आगे बढ़ने के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं तो आप साबुत उड़द की काली दाल के 38 और चावल के 40 दाने मिलाकर किसी गड्ढे में दबा दें और ऊपर से नीबू निचोड़ दें। नीबू निचोड़ते समय शत्रु का नाम लेते रहें, उसका शमन होगा और ऐसा करने से वो कभी भी आपके विरुद्ध कोई भी कदम नहीं उठा पायेगा.
नौकरी नहीं मिल
अगर आप नौकरी नहीं मिलने से परेशान है तो सबसे आसान उपाय है कि आप कुछ दिनों तक मीठे चावल कौओं को खिलाएं, जल्दी ही आपकी समस्या का समाधान होगा।
मनचाही मनोकामना पूरी करने के लिए..
शुक्रवार की रात 10 बजे के बाद एक चौकी पर गलाश रखें। गलाश के ऊपर शुद्ध केसर से स्वस्तिक का चिह्न बनाकर उसमें पानी भर दें। अब गलाश में चावल, दूर्वा और एक रूपया डाल दें। फिर एक छोटी सी प्लेट में चावल भरकर उसे गलाश के ऊपर रखें। उसके ऊपर श्रीयंत्र स्थापित कर दें।इसके बाद 10 मिनट तक लक्ष्मी का ध्यान करें। आपकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी।
लक्ष्मीजी की पूजा
किसी भी दिन शुभ मुहूर्त में अथवा पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठ कर स्नान करें। इसके बाद लाल रंग का एक रेशमी कपड़ा लेकर उसमें पीले चावल के 21 अखंडित दाने रखें। अब इन दानों को कपड़े में बांध कर मां लक्ष्मीजी के लिए विधिपूर्वक चौकी पर रख दें। इसके बाद लक्ष्मीजी की पूजा करें। पूजा के बाद लाल कपड़े में बंधे चावल अपने पर्स में छिपाकर रख लें। ऐसा करने पर महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती
कष्टों से मुक्ति के लिएआप सुबह किसी शुभ मुहूर्त या पूर्णिमा के दिन चावलों को केसर या हल्दी में रंग कर पीला कर लें। ध्यान रखें कि चावल का कोई भी दाना टूटा हुआ न हो। अब इन चावलों को किसी मंदिर में जाकर भगवान को समर्पित कर दें और उनसे अपनी इच्छा पूरी करने की प्रार्थना करें।.
अखंड लक्ष्मी प्राप्ति के लिए
सोमवार के दिन सुबह स्नान-ध्यान आदि से निवृत्त होकर शिवलिंग की पूजा करें।
और पूजा में अपने साथ लगभग आधा किलो या एक किलो चावल का ढेर लेकर बैठें।
इसके बाद शिवलिंग की यथासंभव विधि-विधान से पूजा करें। पूजा के बाद एक मुट्ठी चावल शिवलिंग पर अर्पित कर दें। से घर में अखंड लक्ष्मी का आगमन होता है।