
समुद्रशास्त्र भाग्यशाली स्त्री {प्यार और पैसा }
समुद्रशास्त्र के अनुसार स्त्री पुरुष के कुछ अंगों और उनकी बनावट को देखकर आप जान सकते हैं कि कौन भाग्यशाली और सुखी व्यक्ति होगा और किसे जीवन में तमाम मुश्किलों का सामना करना होगा। गरुड़ पुराण और भविष्य पुराण में भी इन बातों का उल्लेख किया गया है। यहां हम महिलाओं के उन 10 अंगों की बात कर रहे हैं जिनका बड़ा होना बताता है कि वह भाग्यशाली और धनवान होगी।
लड़कियों के लंबे और रेशमी बाल उनके भाग्यशाली होने की निशानी है। यही कारण है कि देवी की प्रतिमाओं में उनके लंबे बाल दिखाए जाते हैं क्योंकि यह शुभता और सौंदर्य की निशानी है
जिस स्त्री का चेहरा चाँद के जैसा गोल है. तथा चेहरा आकर्षित लग रहा हैं. तो ऐसी स्त्री भाग्यशाली मानी जाती हैं.
जिस स्त्री की नाक लंबी और नाक पर तिल मौजूद हो ऐसी स्त्री भाग्यशाली मानी जाती हैंजिस स्त्री की हाथ और पैर की उंगलियां लंबी और आकर्षित हो ऐसी स्त्री भाग्यशाली मानी जाती हैं.
जिस स्त्री की आँखे बड़ी-बड़ी और लोगो आकर्षित करने वाली हो ऐसी स्त्री भाग्यशाली मानी जाती हैं.
जिस स्त्री के गाल पर डिंपल पड़ते हो ऐसी स्त्री दयालु स्वभाव की तथा भाग्यशाली मानी जाती हैं.
जिस स्त्री भौंहे धनुष आकार की और लोगो को आकर्षित करने वाली होती हैं. ऐसी स्त्री भाग्यशाली मानी जाती हैं.
लंबी गर्दन का होना शुभ लक्षण माना गया है। ऐसी महिलाएं ऐश्वर्य को भोगने वाली होती है।
छोटे वक्ष जहां दुख और परेशानियों का संकेत माना गया है वहीं बड़े वक्ष का होना सुख, सौभाग्य और धन संपदा की प्राप्ति का सूचक माना गया है। यही कारण है कि पौराणिक काल से ही देवी प्रतिमा को उभरे वक्ष के साथ दिखाया गया है।
नाभि बड़ी और गहरी हो और दाएं ओर मुड़ी हो तो यह स्त्रियों के लिए बहुत ही शुभ लक्षण माना गया है। यह संकेत है कि स्त्री धन, सुख और संतान से संपन्न पारिवारिक जीवन का आनंद प्राप्त करेगी।
सिर का बड़ा होना भी स्त्रियों के लिए शुभ लक्षण माना गया है।
समुद्रशास्त्र के अनुसार लंबे हाथों का होना सौभाग्य और समृद्धि का सूचक होता है।
लंबे और चिकने पैर देवी लक्ष्मी के समान शुभ माने गये हैं।
स्त्रियों के लंबे कान न सर्फ उनकी लंबी उम्र को दर्शाते हैं बल्कि उन्हें सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति का भी संकेत देते हैं।
मांसल और पुष्ट जंघा को समुद्रशास्त्र में सौभाग्यशाली होने का संकेत माना गया है।
