
खण्डग्रास चन्द्र ग्रहण - चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ - 01:05 AM चन्द्र ग्रहण समाप्त - 02:22 AM खण्डग्रास की अवधि - 01 घण्टा 16 मिनट्स 16 सेकण्ड्स उपच्छाया की अवधि - 04 घण्टे 23 मिनट्स 07 सेकण्ड्स सूतक काल शनिवार 28 अक्टूबर को दोपहर 4:05 मिनट से प्रारम्भ हो जाएगा.सूतक समाप्त - 02:22 AM
चंद्र ग्रहण भारत, एशिया,ऑस्ट्रेलिया, पू.अमेरिका, यूरोप,अफ्रीका, बेल्जियम,थाईलैंड, पुर्तगाल, हंगेरी,इजिप्ट, तुर्की, इंडोनेशिया, ग्रीस, इटली, स्पेन, इंगलैंड, म्यांमार, साउथ अफ्रीका, फ्रांस, नाइजीरिया, जापान और चीन में दिखेगा। अधिक जानकारी के लिए निचे दिए गए लिंक पर देखे https://www.astroanjana.com पूर्णिमा - पूर्णिमा आज रात बृहस्पति ग्रह के साथ उदय होगी। ये आकाश में सबसे चमकीली वस्तुओं में से हैं, और इन्हें इतने करीब से देखना काफी प्रभावशाली दृश्य होना चाहिए। खण्डग्रास चंद्र ग्रहण -:आश्विन शुक्ल शनिवार, दिनांक 28अक्टूबर 2023 यह ग्रहण भारत के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया,रूस,अरब देशो, दक्षिण पश्चिम एशिया, अफ्रीका, उत्तर एवं दक्षिण अमेरिका के पूर्वी भागो मे दृश्य होगा|
ग्रहण के समय राशि -मीन राशि के रेवती नक्षत्र /मेष नक्षत्र -अश्विनी |
ग्रहण का समय
प्रारम्भ -रात्रि 1:11 बजे | मध्य 1:55 |मोक्ष - रात्रि 2:22 बजे |
चंद्र ग्रहण का असर मीन राशि के रेवती नक्षत्र में जवाहरात, ट्रेडर्स और सेलर्स बाजार है ।दशहरा के दिन24अक्टूवर से शुरू मंगल पंचक भी यही संकेत देते और अश्विनी मेष राशि पर भी असर दिखाई देगा इस ग्रहण के कारण से व्यापारिक स्थिति काफी कुछ खराब होती दिखाई दे रहा है क्योंकि चंद्रमा का रेवती नक्षत्र और लग्न कर्क लग्न /सिंह लग्न होगी अश्लेषा नक्षत्र /मघा नक्षत्र होगा । चार ग्रह योग होंगे केतु सूर्य (नीच )के बुधऔर मंगल होंगे। सरकार को बहुत बड़ा नुक़सान होगा। बहुत तेज हवाएं चलने से और काफी सुनामी की लहर आ सकती हैं इसका असर ज्यादातर समुद्र में दिखाई देगा अगर दिशा की बात करें तो यह पूर्व और उत्तर की दिशा में दिखाई देगा।
चंद्र ग्रहण का समय अश्लेषा नक्षत्र पर होने से विषैले जीव कीड़े ,जंतु रेप्टाइल्स आदि के द्वारा विशेष तरह की बीमारी फैलने का संकेत भी है। कर्क लग्न /सिंह वालों को शारीरिक कष्ट होगा ।मीन और मेष राशि वालों को मानसिक कष्ट दिखाई देगा।
इस ग्रहण का असर चा और डा नाम जिनका होगा ।
राशि फल
शुभ- कुंभ धनु वृश्चिक कर्क मिथुन |( इन राशियों से ग्रहण की राशि 3,5,6,10,11 वीं है )
मिश्रित - मीन तुला से हैं (इन राशियों से ग्रहण की राशि 2,7,9 वीं है )
अशुभ-मेष,मकर,कन्या,वृष (इन राशियों से ग्रहण की राशि 1,4,8,12 वीं है)