
सामाजिक स्तर पर? जब राहु मीन राशि में स्थित होता है, तो यह अत्यधिक खर्च या फिजूलखर्ची का कारण बन सकता है। लोगों की मासिक स्थिति बहुत भ्रमित रहेगी और नए व्यापार में चीटिंग भी होगी शुरू में 8 महीने विशेष रूप से बच के रहना चाहिए।राहु की चतुराई का कारण हो सकता है - नई परिस्थितियों को स्वीकार करने के लिए मानसिक संघर्ष...
स्वास्थ्य यह पुरानी या स्थायी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है जिसके कारण अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है...मीन हमारी भावनात्मक दुनिया है और राहु-बुध दोनों पूर्ण दिमाग का खेल हैं, मन की शक्ति से काम करना.. छल कपट बहुत ज्यादा होंगे जिसके कारण से लोगों को मेंटली टेंशन बहुत ज्यादा होगा। ब्रेन फीवर , पेट से संबंधित रोगों में वृद्धि होगी।बृहस्पति गर्भाधान कराता है लेकिन राहु समय सीमा का निर्धारण अधिक सटीकता से करता है। राहु और केतु हमें पिछले जन्मों में मिले आशीर्वाद और श्राप का फल भी देते हैं। इसलिए राहु केतु कभी-कभी रुकावट पैदा करते हैं और गर्भधारण को रोकते हैं। व्यापार/नौकरी कामकाजी जीवन, नौकरी या व्यवसाय में... अपनी कड़ी मेहनत के वांछित परिणाम प्राप्त करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लोगों का रुझान विदेश की ओर जॉब करने में ज्यादा होगा।राहु और केतु दोनों के कारण होने वाले मजबूत कनेक्शन इस अवधि में आपके जीवन में आने वाली चुनौतियों यह विश्लेषण आपके जीवन के उन हिस्सों को प्रभावित करेगा जिन पर गोचर का प्रभाव पड़ेगा। सामुद्रिक रत्नो में ऊंछाल (मोती) होगा। धन संपत्ति /शेयर बाजार राहु एक छाया ग्रह है, एक महत्वपूर्ण बिंदु है, जो हमारी इच्छाओं, भविष्य, जीवन के भौतिकवादी पक्ष और सभी प्रकार के रहस्यों से दृढ़ता से जुड़ा हुआ है। शेयर मार्केट आदि में बहुत ज्यादा उछाल आएगा।संचार सेवाएँ,वित्तीय स्थिति स्वास्थ्य देखभाल,औद्योगिक-सूचान प्रौद्योगिकी,रियल एस्टेट , पेट्रोलियम क्षेत्र में विशेष। अंतरराष्ट्रीय मीन राशि विदेश का भी कारक है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समुद्र जहां पर है वहां पर राहु का प्रभाव युद्ध के रूप में भी हो सकता है और बहुत बड़ा सुनामी आ सकती है जिससे बहुत सारे धन हानि के संकेत मिलते हैं ।समुद्र के बंदरगाह भी इसमें सम्मिलित है यह स्थान आतंकवादी गतिविधियों के केंद्र भी हो सकते हैं। आध्यात्मिक स्तर मीन राशि में राहु की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल हो सकता है क्योंकि अच्छी स्थिति में भी यह आपके लिए नकारात्मक प्रभाव ला सकता है और इसके विपरीत भी? बहुत सारे लोगों को बड़े-बड़े बाबाओ के गिरफ्तार में दिखाई देंगे । जिससे जादू तंत्र मंत्र मैं प्रभावित लोग ज्यादा रहेंगे। संचार माध्यम के द्वारा गलतफहमी के शिकार होंगे। राजनीतिक राहु और केतु बिना किसी चेतावनी या दूरदर्शिता के आश्चर्य लाएगा। यह राजनैतिक ऐसे परिणाम लाएगा जो पूरी तरह अप्रत्याशित होंगे? भारत सरकार के लिए बहुत कठिन समय होगा चुनाव की सही स्थिति भी दिखाई नहीं देगी। चिंता का एक अन्य प्रमुख क्षेत्र तब होगा जब गोचर में अंत में शनि और राहु एक दूसरे के करीब आएँगे। वास्तव में, इस अवधि के अंतिम 6 महीनों में शनि, राहु के प्रभाव पर काफी हद तक हावी रहेगा।
राहु और केतु के गोचर के प्रभाव बहुत अच्छे हैं लेकिन वे बहुत सूक्ष्म रूप से आते हैं; सबसे बड़ा डर यह होगा कि पहले से सचेत न किया जा सके या कोई अवसर आने पर उसका लाभ न उठाया जा सके?? मुख्य रूप से अपने करियर, वित्त, रिश्ते, परिवार, स्वास्थ्य आदि के लिएं अच्छे ज्योतिष परामर्श की जरूरत होगी? इस अवधि में चुनौतियों को कम करने के उपायों को फोकस करना चाहिए। अब ध्यान स्वयं से बदल जाता है...स्वयं के प्रति सभी लगावों को पीछे छोड़कर...आत्मकेंद्रित दुनिया और पानी में विलीन हो जाना...सागर के साथ एक हो जाना... 'क्यों' -राहु का गोचर तीन नक्षत्र में होगा- रेवती का नक्षत्र बुध का उत्तरा भाद्रपद शनि का और पूर्वाभाद्र गुरु का
रेवती का स्वामी बुध ये दोनों ऊर्जाएं एक-दूसरे के विपरीत हैं... रेवती एक शुभ तारा है, जो समृद्धि और धन का प्रतीक है... रेवती का जानवर एक मादा हाथी है... ज्ञान, विशाल विस्तार और सुरक्षा का संकेत देता है... रेवती को देवता- पूषन द्वारा शासित किया जाता है, जो सूर्य देव का पोषक रूप है। रेवती उचित पोषण प्रदान करके प्रचुरता उत्पन्न करती है। पूषन में पोषण की शक्ति है जिसका प्रतीक दूध है। रेवती एक स्त्री और देव गण नक्षत्र है, जो धन से जुड़ा है... देखभाल और खुशी लाता है रेवती में राहु के साथ, आपकी इच्छा पूरी हो जाएगी, अच्छे भोजन, बेहतर वित्त, मजेदार यात्रा, विदेशी निपटान, बहुत सारे संचार, सौदे, अनुबंध पर हस्ताक्षर और लंबे समय से चल रही किसी चीज़ के अंतिम समापन की उम्मीद है। .
रेवती के देवता - पूषन आपकी चुनी हुई दिशा में नए संपर्क, संदर्भ और सुरक्षा प्रदान करते हैं। रेवती एक यात्रा का संकेत देती है, और, वास्तव में... इस जीवन से अगले जीवन तक हमारी अंतिम यात्रा का प्रतिनिधित्व करती है, जो कि अंतिम और अंतिम नक्षत्र है। एक तरह से वह आत्मा की अगले स्तर तक की यात्रा में उसकी रक्षा भी करता है। लेकिन यहां राहु उल्टी चाल चलता है... तो, राहु अपना नया चक्र शुरू करेगा - अगले 18 वर्षों के लिए नए लक्ष्यों का पीछा करते हुए... रेवती का स्वामी बुध मीन राशि में कमजोर हो जाता है... जब राहु रेवती में हो तो अचानक और बड़े बदलाव करने के बारे में न सोचें... मीन राशि में और विशेष रूप से रेवती में राहु, राहु की ऊर्जाओं के लिए एक अनुस्मारक होगा.. रेवती का प्रतीक समय की लय को दर्शाने वाला ढोल है.. अब कुछ ऐसा शुरू करने का समय है जो आप हमेशा से करना चाहते थे... उन सभी चीजों के बारे में सोचें जो आपने तब शुरू करने के बारे में सोचा था जब राहु अश्विनी में था...अब रेवती में राहु के साथ, हम वास्तव में उन विचारों को आकार दे सकते हैं...और मीन विपरीत दिशाओं में तैरती हुई 2 मछलियों का प्रतीक है...इसमें द्वंद्व, अस्थिर मानसिकता या भ्रम हो सकता है क्योंकि...राहु उन मिश्रित भावनाओं को तीव्र कर सकता है, बाधाएँ पैदा कर सकता है और अंततः कोई नहीं निर्णय न कर सकता है।संघर्ष हमारी कल्पनाओं, सपनों और हमारे सामने मौजूद वास्तविकता का अनुसरण करने के बीच हो सकता है... उपाय इसलिए, सावधान रहें और ज़्यादा सोचने से बचें। यह अकेले रहने, अतीत पर विचार करने और एकांत में उत्तर खोजने का सबसे अच्छा समय है.. रेवती में राहु हमें त्वरित बदलाव करने में मदद कर सकता है... बस लचीले रहें... और खुली मानसिकता रखें। अब समय आ गया है कि हम अपनी सुरक्षा हटा दें... शुरुआत करने के लिए अपनी दैनिक दिनचर्या में कुछ समायोजन करें... मानसिक स्तर पर... उत्तराभाद्पद नक्षत्र का स्वामी शनि राहु के साथ हर चीज़ एक विचार, एक विचार, एक इच्छा या एक लक्ष्य से शुरू होती है... जो सब कुछ बदल देती है। . कि वह सिर्फ शनि का एक एजेंट है... कर्म का स्वामी और न्यायाधीश है। राहु प्रत्येक 18 वर्ष में मीन राशि में गोचर करता है राहु हमारी आत्मा की जन्म-जन्मान्तर की यात्रा और हमारे वंश से भी सीधा जुड़ा हुआ है। (DNA)राहु हमारे वंश को जारी रखता है और हमारी जन्म नाड़ी को भी नियंत्रित करता है। हमारे पास प्रारंभ में मीन राशि में राहु - वर्गोत्तम है... पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र का स्वामी गुरु मीन एक मोक्ष संकेत है...यह देने का समय है और रेवती उस जंक्शन बिंदु पर है जहां आत्मा की एक नई यात्रा उन्नत ज्ञान के साथ शुरू होती है... रेवती में राहु पिछले सबक को ध्यान में रखते हुए नई शुरुआत करने का समय है... नई शुरुआत करने से पहले दोस्तों और बड़ों से सुझाव और सलाह लें...
उपाय यहां बुध भावनात्मक और कमजोर है इसलिए उसके लिए यह शुभ स्थान नहीं है... लेकिन रेवती गंडांत ज्ञान के साथ जागरूकता लाता है... समर्पण के लिए...शनिअपनी कल्पना... और भ्रम से सावधान करेंगे शनि आपकी भावनात्मक सोच आपको परेशानी में डाल सकती है... इसलिए गुरु का नक्षत्र उन शक्तिशाली भावनाओं को शांत करने के लिए जल निकायों के पास रहना बहुत उपचारकारी हो सकता है…। बहुत पानी पिएं…और मानसिक तनाव में न रहें। विशेष सबसे बढ़कर... इस प्रभाव से अवगत रहें... और तथ्य यह है कि हर कोई किसी न किसी को चीट कर रहा है। बुध तीव्र गति से चलने वाला ग्रह है और इस संवत वर्ष का राजा है... तो, राहु के संबंध में बुध की स्थिति और ताकत...रेवती में राहु के प्रभाव का आकलन करना बहुत महत्वपूर्ण है... इन 8 महीनों के दौरान राहु का रेवती में गोचर - बुध अग्नि राशियों - धनु और मकर में प्रतिगामी रहेगा। दिसंबर और अप्रैल के अंत तक...क्रमशः. इन दोनों बार, बुध गंडांत को पार करेगा...दो बार रेट्रो गति में होंगे। परिवर्तन यहीं समाप्त नहीं होते... शनि के उत्तराभाद्पद और गुरु के पूर्वा। हम संदेश को नहीं सीखेंगे और समझेंगे तब तक इसकी पुनरावृत्ति होती रहेगी।तत्वों के आधार पर राशियों पर राहु केतु का प्रभाव और उपाय। अग्नि तत्व पर
मेष राशिविदेश यात्रा खर्च बढ़ेंगे धन और प्रमोशन मिल सकता है नई जॉब या जॉब में परिवर्तन होगा। शत्रु , व्यय , विघ्न , बाधाएं , आंखों में कष्ट रहै ,। सिंह राशि हृदय और पेट रोग से बचें। अक्समात वृद्धि करता है , शत्रु पराजित होते हैं , मित्रों से लाभ रहता है । स्वास्थ्य का और अपमान का ध्यान रखें ससुराल पक्ष से परेशानी होगी पार्टनरशिप या बीमा से लाभ होने का योग बनेगा।पॉजिटिविटी को बनाए रखें फाइनेंसियल ध्यान रखें ,नई खबर पर ज्यादा ध्यान न दें, धनु राशि घर में जिम्मेदारियां बढ़ेंगे जॉब में नई ऊंचाइयां मिलेंगे पराक्रम से लाभ होगा दोस्तों से मीडिया क्षेत्र से या पुरानी कोई प्रॉब्लम से छुटकारा।राज्य की ओर से उथल पुथल मचती है ,मन में बेहद अशांति रहती है । ट्रैवलिंग मैं चोरी का ध्यान रखें,हेल्थ सिर के ऊपर वाले हिस्से का ध्यान रखें।डाइट और लाइफस्टाइल को दुरुस्त रखें।
पृथ्वी तत्व
वृषभ राशि अचानक धन लाभ, शेयर से लाभ ,प्रेम संबंध में खटास पढ़ाई छूट सकती है जांब में परिवर्तन एवरेज फल होगा। जब केतु तो लाभ ही लाभ व्यापार में दिक्कत आ सकती है, अपनी मनी पॉलिसी को क्लियर करें। कन्या राशि प्रसिद्धी के साथ, परंतु शरीर पर चोट लगने का भय रहता है ।पुत्रों के भाग्य में अचानक वृद्धि होती है अन्य संबंध या नई पार्टनरशिप जॉब में पदोन्नति व सफलता मिलेगी।फाइनेंस पर फोकस करें और रिलेशनशिप आपके अच्छे नहीं रहेंगे। मकर राशि ज्यादा प्रभाव मकर राशि पर , अचानक सफलता धार्मिक यात्राओं से लाभ परिवार धन में लाभ वृद्धि ।भाग्य में वृद्धि होती है , मित्रों से लाभ होता है , पुत्र के भाग्य में वृद्धि होती है , मान की प्राप्ति होती है ।वायु तत्व राशि
मिथुन राशि राजनीतिक सफलता परिवार में कुछ परेशानी आएंगे पुरानी कोर्ट कचहरी से फायदा होगा या संपत्ति से फायदा होगा। इच्छाओं को पूर्ति के लिए यह समय अच्छा होगा ।सुख व मान की वृद्धि , शुभ कार्य में प्रगति , तथा तीर्थो में स्नान करवाता है , अक्समात , भूमी आदि प्राप्ति । तुला राशि शत्रुओं पर विजय संतान से लाभ कोर्ट कचहरी से लाभ अस्पताल के खर्चे बढ़ेंगे। अपनी फिटनेस पर ध्यान रखना होगा।केतु व्यय अधिक करवाता है , आंखों में कष्ट देता है , सभी सुखों का नाश करता है , मातृभूमि से वियोग, मन में अत्यधिक अशांति। कुंभ राशि परिवार से परेशानी हो सकता है ऑपरेशन या स्वास्थ्य में कुछ परेशानी आ सकती है किडनी पर ध्यान दें चीटिंग से भी बचाना है आध्यात्मिक उन्नति होगी पुरानेधन की हानि करता है , विदेश यात्रा की संभावना रहती है , गुदा में रोग की संभावना भी रहती है । क्रोध से बचना होगा आपके जो भी लॉस हुए हैं वह इस समय जल्दी से जल्दी ठीक होने की कोशिश करना चाहिए ।नई खबरें ऊर्जा देगी। संक्रमित रोगों से बचना होगा।जल तत्व राशियों
कर्क राशि विदेश से लाभ यात्राएं दोस्तों से दूरियां बढ़ेंगे अपमान या प्रॉपर्टी से परेशानी होगी पिता का स्वास्थ्य का ध्यान , अक्समात धन वृद्धि करता है , आंख में घाव आदि भी देता है । आपके लक्ष्य ज्यादा आपको कर्म पर विश्वास करना होगा उसके परिणाम आपको बहुत जल्दी मिलेंगे अपने रिलेशनशिप को अच्छा बनाएं। लाइफस्टाइल फिक्स रखें।
वृश्चिक राशि विदेश में पढ़ाई के योग प्रेम में सफलता अचानक धन लाभ नया वाहन या परिवार में वृद्धि के संकेत,अच्छी ऊर्जा मिलेगी अच्छी न्यूज़ से एवरेज चैलेंजिंग होगा । हेल्थ आपके लिए चैलेंजिंग होगी। इसलिए धैर्य को बनाए रखें। मीन राशि ज्यादा प्रभाव मीन राशि पर होगा इन्हें किसी भी तरह की चीटिंग या झूठे ब्लेम से बचना होगा। अपने व्यवहार में हिंसा को सम्मिलित ना करें। झूठ ना बोले ब्रह्म और परेशानी से बच्चे पार्टनरशिप या पति-पत्नी के संबंध विच्छेद के योग बनते हैं घर बाहर नया व्यापार में जाने के योग मनी ऋण लेने को एवाइड करें।महिलाओं के लिए अच्छा समय नहीं।वहलावे से बचें।