loading

चिकित्सक/धनतेरस का महत्व

  • Home
  • Blog
  • चिकित्सक/धनतेरस का महत्व

चिकित्सक/धनतेरस का महत्व

⚜▬▬ஜ✵❀ श्री हरि: ❀✵ஜ▬▬⚜ 🔮 10 नवंबर को कार्तिक कृष्ण पक्ष की उदया तिथि द्वादशी और शुक्रवार का दिन है। द्वादशी तिथि शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक रहेगी, उसके बाद त्रयोदशी तिथि लग जाएगी जोकि शनिवार दोपहर 1 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। 10 नवंबर को शुक्र प्रदोष का व्रत किया जाएगा। साथ ही शुक्रवार को रात 12 बजकर 8 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा। इसके अलावा 10 नवंबर को धनतेरस भी मनाया जाएगा। चलिए आपको बताते हैं कि घर-परिवार की सुख-समृद्धि बनाये रखने के लिये धनतेरस के दिन किन विशेष उपायों को करना चाहिए। इस दिन भगवान कुबेर को धन के देवता के रूप में पूजा जाता है माता लक्ष्मी की पूजा करी जाती है कुबेर जी लक्ष्मी जी के पति हैं। भगवान धन्वंतरि को औषधियों का रक्षक वह देवता माना जाता है जितने भी औषधि चिकित्सक हैं वह विशेष रूप से धनतेरस के पर्व को मानते हैं बड़ी-बड़ी औषधीय का निर्माण धनतेरस के दिन किया जाता है। इसीलिए सभी औषधि निर्माता धनतेरस के दिन विधिवत तरीके से पूजा करते हैं वह औषधि निर्माण में पीतल हुए सोने के वस्तुओं का दवाई बनाने में प्रयोग करते हैं। आचार्य बता रहे हैं कि धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी को खुश करने के लिए किन चीज़ों की खरीदारी करनी चाहिए। ‘ऊँ श्री ऊँ ह्रीं श्री ह्री क्लीं श्री क्लीं वित्तेश्वराय नमः। 💰 धनतेरस पर खरीदारी का विशेष शुभ मुहूर्त :- नीचे दिए गए चार शुभ मुहूर्त में से किसी में भी आप खरीदारी कर सकते हैं 🌟 अभिजीत मुहूर्त :- 11.43 AM से 12.26 AM ⏰ शुभ की चौघड़िया :- 12.4 PM से 1.30 PM चर :- 4 PM से 5.30 PM 💶 लाभ :- 8.47 PM से 10.26 PM 👹 राहु काल :- 10.43 AMसे 12.4 pm ( राहु काल में खरीददारी ना करे नुकसान हो सकते हैं। 🤷🏻‍♀️ धनतेरस के दिन यह चीजे अवश्य खरीदें : 🍽️ बर्तन खरीदना धनतेरस के दिन बर्तन खरीदना विशेष शुभ माना जाता शारीरिक रूप से लाभ मिलता है क्योंकि सभी औषधि निर्माता पीतल के बर्तनों का विशेष रूप से प्रयोग करते हैं औषधि निर्माण में, बर्तन हमारी आत्मा तक आहार पहुंचने में सहयोग करते हैं 🎟️ सोना चांदी खरीदना चांदी जो हमारे मन को शांति प्रदान करती है और जिस घर में शांति हो उसे घर में मां लक्ष्मी का भगवान धन्वंतरि का वास अवश्य होता है सोना ऐश्वर्या, सुख सुविधाओं का प्रधान कारक माना गया है। सोना खरीदने से आरोग्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती हैं इसलिए सोना खरीदना अत्यंत लाभदायक होता है और भगवान धन्वंतरि कुबेर जी की प्रिया धातु भी सोना या पीतल ही है इसलिए इस दिन पीतल खरीदने का भी विशेष महत्व है। 🧹 झाड़ू खरीदना है शुभ झाड़ू खरीदना धनतेरस के दिन शुभ माना जाता है ऐसा कहा जाता है की झाड़ू में मां लक्ष्मी का रूप व प्रतीक माना जाता है। दोपहर बाद झाड़ू घर में बिल्कुल भी ना लगे और यदि गलती से झाड़ू पर आपका पर लगा भी जाए तो घर के बड़े बुजुर्गों का आशीर्वाद लें व झाड़ू को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें या फिर दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें। गलती से भी झाड़ू को उत्तर पूर्व में ना रखे धनतेरस का महत्व कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस कहते हैं। इस दिन घर के द्वार पर तेरह दीपक जलाकर रखे जाते हैं। यह त्योहार दीपावली आने की पूर्व सूचना देता है। धनतेरस का महत्व इन 5 बातों से जानिए... 7 धान्यों की पूजा 🚩इस दिन नए उपहार, सिक्के, बर्तन व गहनों की खरीदारी करना शुभ रहता है। शुभ मुहूर्त समय में पूजन करने के साथ 7 धान्यों की पूजा की जाती है। 7 धान्य गेहूं, उड़द, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर हैं। 7 धान्यों के साथ ही पूजन सामग्री में विशेष रूप से स्वर्णपुष्पा के पुष्प से भगवती का पूजन करना लाभकारी रहता है। इस दिन पूजा में भोग लगाने के लिए नैवेद्य के रूप में श्वेत मिष्ठान्न का प्रयोग किया जाता है, साथ ही इस दिन स्थिर लक्ष्मी का पूजन करने का विशेष महत्व है। चिकित्सक 🚩. धन त्रयोदशी के दिन धन्वंतरि देव का जन्म हुआ था। धन्वंतरि देव, देवताओं के चिकित्सक हैं। यही कारण है कि इस दिन चिकित्सा जगत में बड़ी-बड़ी योजनाएं प्रारंभ की जाती हैं। धनतेरस के दिन चांदी खरीदना शुभ रहता है।धनतेरस के दिन चांदी खरीदने की भी प्रथा है। इसके पीछे यह कारण माना जाता है कि यह चन्द्रमा का प्रतीक है, जो शीतलता प्रदान करता है और मन में संतोषरूपी धन का वास होता है। संतोष को सबसे बड़ा धन कहा गया है। जिसके पास संतोष है वह स्वस्थ है, सुखी है और वही सबसे धनवान है। भगवान धन्वंतरि, जो चिकित्सा के देवता भी हैं, उनसे स्वास्थ्य और सेहत की कामना की जाती है। लोग इस दिन ही दीपावली की रात लक्ष्मी-गणेश की पूजा हेतु मूर्ति भी खरीदते हैं।* यमदेवता 🪶 अगर आपके मन में कोई भय बना रहता है तो आज आप यमदेवता के लिये घर के बाहर जलाये जाने वाले तेल के दीपक में काली गुंजा के दो दाने डालकर जलाएं। इससे आपका भय तो दूर होगा ही, साथ ही आपके घर की सुख-समृद्धि में भी वृद्धि होगी। लक्ष्मी यंत्र 🪶 अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा से अपनी धन की तिजोरियां भरी रखना चाहते हैं तो आज धनतेरस के दिन लक्ष्मी यंत्र घर लाइये और उसे घर में उचित स्थान पर रख दीजिये। अब इसका उपयोग दिवाली के दिन करना है। दिवाली के दिन शाम को लक्ष्मी पूजा के समय इस यंत्र को रखिये और उचित विधि से इसकी पूजा कीजिये। साथ ही लक्ष्मी जी के मंत्र का जप कीजिये। मंत्र है–ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः लेकिन अगर आपको इस मंत्र का जप करने में कठिनाई महसूस हो, तो केवल “श्रीं ह्रीं श्रीं’ मंत्र का जप कीजिये। क्यूंकि देवी मां का एकाक्षरी मंत्र तो ‘श्रीं’ ही है। साथ ही ध्यान रहे कि लक्ष्मी के मंत्र जप के लिये स्फटिक की माला को सर्वोत्तम बताया गया है। कमलगट्टे की माला को भी उत्तम बताया गया है, लेकिन अगर ये दोनों न हो, तो रुद्राक्ष की माला पर भी जप कर सकते हैं। धनतेरस के दिन खरीदे गये लक्ष्मी यंत्र को दिवाली के दिन सिद्ध करके स्थापित करने से मां लक्ष्मी की कृपा से आपकी धन की तिजोरियां हमेशा भरी रहेंगी। बिजनेस 🪶 आज के दिन आप एक बरगद का पत्ता लाकर उसे साफ कर लें। फिर उसे गोल-गोल घुमाते हुए मोड़कर उस पर मौली या कलावा बांधें और हल्की-सी चन्दन की खुशबू लगाएं। फिर एक लाल रंग के कपड़े में कुछ सिक्कों और 5 कौड़ियों के साथ उसे बांधकर अपने घर या ऑफिस में धन वाले स्थान पर रख दें। इससे एक तरफ जहां आपके घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी, तो दूसरी तरफ आपके बिजनेस की भी तरक्की होगी। निगेटिविटी 🪶 अगर आप अपने जीवन से निगेटिविटी दूर करना चाहते है तो आज आप यमदेवता के लिये जलाये जाने वाले दीपक में एक चुटकी काले तिल डालकर जलाएं। इससे आपके आस-पास की सारी निगेटिविटी दूर होगी और आपके जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहेगी। सिक्के, बर्तन 🪶 अगर आप मां लक्ष्मी और श्री गणेश जी का आशीर्वाद पाना चाहते है तो आज आप सिक्के, बर्तन के अलावा मिट्टी के लक्ष्मी-गणेश जी खरीदकर घर लाएं और दिवाली वाले दिन उनकी पूजा करें। ऐसा करने से आपके पूरे परिवार पर मां लक्ष्मी और श्री गणेश जी की कृपा बनी रहेगी। स्वास्थ्य 🪶 अगर आप अपना स्वास्थ्य बेहतर बनाये रखना चाहते है तो आज आप एक तुलसी की पत्ती को अपनी जीभ पर रखकर निगल जायें। ध्यान रहे कि तुलसी की पत्ती को चबाना नहीं है, उसे केवल निगलना है। यहां ध्यान देने योग्य एक बात, बता दूं कि सूर्यास्त के बाद और रविवार के दिन तुलसी का पत्ता कभी नहीं तोड़ना चाहिए। इससे आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप अपने घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी करने में सफल रहेंगे। सूखा नारियल 🪶 अगर आप अपने घर में खुशहाली बनाये रखना चाहते है तो आज आप एक सूखा नारियल खरीदकर लाइये और दिवाली वाले दिन उससे मां लक्ष्मी को भोग लगाइये। आप चाहें तो उस नारियल से कोई मिठाई बनाकर भोग लगा सकते हैं या फिर उसे घिसकर, उसमें थोड़ी शक्कर मिलाकर भी भोग लगा सकते हैं। इससे आपके घर-परिवार में खुशहाली बनी रहेगी। आर्थिक 🪶 अपने घर की सुख-समृद्धि के लिये आज एक पीपल का पत्ता लेकर, उस पर पीले चन्दन का टीका लगाकर बहते जल में प्रवाहित करें। साथ ही एक सफेद कपड़े में 5 गोमती चक्र लपेटकर अपने पास रखें। इससे घर की सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी के साथ ही आपको आर्थिक रूप से भी मजबूती मिलेगी। कुबेर यंत्र 🪶 अगर आप अपने घर में धन की वर्षा करना चाहते हैं तो इस बार धनतेरस के दिन कुबेर यंत्र घर पर लाइये और उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रख दीजिये। अब दिवाली के दिन शाम को पूजा के समय उस यंत्र की भी विधि-पूर्वक पूजा कीजिये और मंत्रमहार्णव में दिये कुबेर जी के 16 अक्षरों के मंत्र का जप कीजिये। मंत्र है – ‘ऊँ श्री ऊँ ह्रीं श्री ह्री क्लीं श्री क्लीं वित्तेश्वराय नमः। इस प्रकार आज खरीदे गये कुबेर यंत्र को दिवाली के दिन उचित विधि से कम से कम 51 हजार मंत्रों द्वारा सिद्ध करके अपने घर में स्थापित कीजिये। ऐसा करने से आपके घर से धन संबंधी सारी परेशानियां दूर होंगी और धन की वर्षा होगी। रूई 🪶 आज एक रूई का पैकेट खरीदकर घर लाएं और उस पर ‘श्री गणेशाय नमः’ मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र जप करने के बाद इस रूई से बाती बनाकर रख लीजिये और आज से लेकर दिवाली तक आप घर में जो दिये जलायें, उनमें इन्हीं बाती का उपयोग करें। ऐसा करने से आपकी सफलता की लौ बहुत लंबे समय तक चलेगी और आपके घर में सुख-शांति बनी रहेगी। परिवार के जीवन में खुशहाली 🪶 अगर आपके जीवन से खुशियां गायब हो गयी है तो खुशियों को वापस लाने के लिये आज आप तुलसी के पौधे को प्रणाम करके उसके तने पर रोली से टीका करें। साथ ही हाथ जोड़कर अपनी खुशियों के लिये प्रार्थना करें| इससे आपके पूरे परिवार के जीवन में खुशहाली बनी रहेगी। शिव मन्दिर 🪶 अगर आप चाहते है कि आपके साथ सब अच्छा ही अच्छा हो तो आज आप शिव मन्दिर जाकर भगवान शिव का आशीर्वाद लें और ‘ऊँ नमः शिवाय’ मंत्र का 21 बार जप करें। ऐसा करने से आपके साथ सब अच्छा ही अच्छा होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

EnglishHindi
error: Content is protected !!