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15जून2024 तक दरिद्र योग बन रहा है… सावधान

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15जून2024 तक दरिद्र योग बन रहा है… सावधान

नभास योग चार प्रकार के होते हैं जिसमें से 1,आकृति योग 2आश्रय योग 3दल योग और सांख्य योग होता है। आकृति योग में 20 प्रकार के होते हैं इनमें से चार प्रमुख प्रकार का योग इस समय दरिद्रता को निमंत्रण दे रहा है।

आईए जानते हैं कैसे? सभी ग्रह लगातार चार घरों में बैठे हैं। बस चंद्रमा का गोचर जब-जब मेष बृषभ कुंभ और मीन राशि में होगा तो यह योग फलीभूत होगा। आचार्य वराहमिहिर द्वारा रचित ग्रंथों में कुंडली में लगातार चार घरों में यदि सभी ग्रह आ जाएं तो उनसे बनने वाले कुछ योगों के बारे में बताया गया है। ये योग जातक को दरिद्र और परिवारहीन बना देते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही चार योगों के बारे में। ये चार योग हैं 1यूप, 2शर, 3शक्ति और4 दंड योग। ये चारों योग केंद्र स्थान प्रथम, चतुर्थ, सप्तम और दशम स्थान से आगे से चार स्थानों में सभी ग्रहों के स्थित होने पर बनता है। लग्नादिकण्टकेभ्यश्चतु‌र्ग्रहावस्थितै‌र्ग्रहैर्योगा : । यूपेषुशक्तिदण्डा वज्रादीनां फलान्यस्मात् ।। अर्थात्- यूप योग लग्न से लगातार चार स्थान 1, 2, 3, 4 में यदि सभी ग्रह बैठे हों तो यूप योग बनता है। कुंभ राशि में। ऐसे समय में पैदा हुए बच्चे त्यागी अहंकारी और ज्ञानी होंगे। ऐसे व्यक्ति की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है धर्म कर्म में विश्वास रखता है चाहे कितने भी गरीब परिवार में पैदा हुआ हो अच्छा पद प्राप्त करता है। यूप योग एक परोपकारी और महान स्वभाव देता है। यह व्यक्ति को जीवन के प्रति उदार दृष्टिकोण अपनाने के लिए भी प्रेरित करता है। वह शांत, आत्मविश्वासी और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने वाला होता है कुंभ राशि /लग्न वालों को शांति से काम लेना चाहिए।

 यूप योग का निर्माण | Formation of Yoop Yoga “एकद्वित्रिचतुर्थस्थै: सर्वखेटैस्तु यूपकम्।” कुंडली में प्रथम भाव से चतुर्थ भाव तक सभी ग्रह स्थित होने पर यूप योग बनता है. कुंडली में यह योग बनने पर व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी बन जाती है. इस योग के कारण व्यक्ति धर्म- कर्म में विश्वास रखने वाला होता है. यूप योग का जीवन पर प्रभाव | Effects of Yoop Yoga कुंडली में यह योग बनने पर आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी बन जाती है. जातक का जन्म यदि कितने भी गरीब परिवार में क्यूँ ना हुआ है वह एक दिन अवश्य ही बहुत अच्छी स्थिति बनाने में सफल हो सकता है. यदि इस योग में जन्म हुआ हो तो व्यक्ति धर्म- कर्म में विश्वास रखने वाला होता है. यूप योग के प्रभाव से व्यक्ति यज्ञ करने वाले हो सकते हैं तथा अपनी स्थिति नीचे से ऊपर उठने वाली बना सकते हैं. व्यक्ति जीवन के अंत तक बहुत अच्छा पद प्राप्त करने में कामयाब हो सकते हैं. : यूप योग एक परोपकारी और महान स्वभाव देता है। यह व्यक्ति को जीवन के प्रति उदार दृष्टिकोण अपनाने के लिए भी प्रेरित करता है। वह शांत, आत्मविश्वासी और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने वाला होता है।

शर योग चतुर्थ स्थान से लगातार चार स्थान 4, 5, 6, 7 में सभी ग्रह हों तो इषु या शर योग बनता है। यह योग वृश्चिक राशि में बन रहा है।

शर   योग क्या है? यह योग किसी प्रतिष्ठित संस्थान के प्रमुख की नौकरी संबंधित है।यह योग वृश्चिक राशि में या लग्न में बनेगा साथ ग्रह सभी चार स्थानों में चतुर्थ से सप्तम स्थान तक होंगे। चतुर्थ भाव में शनि ,पंचम में बुध और मंगल, छठे स्थान में शुक्र और सूर्य, सप्तम स्थान में गुरु यह योग भी मेष बृषभ कुंभ और मीन का चंद्रमा जब गोचर करेंगा। इसका फल है इस समय पैदा हुए बच्चे हिंसा ,गोपनीयता ,रहस्यमय , अस्त्र-शास्त्र के निर्माता होंगे शक्ति योग सप्तम स्थान से लगातार चार स्थान 7, 8, 9, 10 में सभी ग्रह हों तो शक्ति योग यह योग सिंह राशि में बन रहा है।

शक्ति योग क्या है? शक्ति योग तब बनता है जब सभी सात ग्रह 7वें से 10वें घर तक लगातार चार घरों में स्थित होते हैं। शक्ति योग का फल इसके नाम के बिल्कुल विपरीत होता है अर्थात शक्ति शक्ति का प्रतिनिधित्व करती है, लेकिन शक्ति योग वाला जातक शक्ति, धन, स्वास्थ्य से रहित या लड़ने-झगड़ने में माहिर होता है।इस समय गोचर में नभास योग बना हुआ है। सप्तम में शनि,अष्टम में बुधऔर मंगल नवम में सूर्य और शुक्र और दशम में गुरु है। चंद्रमा का गोचर जब भी मेष प्रेस कुंभ और मीन राशि में हो यह योग फल ऐसे समय में पैदा हुए बच्चे आलसी सुख वा धन कमी होंगी जीवन में उनका सुख की कमी ही रहेगी।

दंड योग दशम से लगातार चार स्थानों 10, 11, 12, 1 में सभी ग्रह आ जाएं तो दण्डयोग बनता है। यह योग वृषभ राशि में बन रहा है। ऐसे बच्चे तनाव चिंता के शिकार हो सकते हैं अपने करियर को ध्यान नहीं दे सकते हैं सभी के द्वारा त्याग भी किया जा सकते हैं और दरिद्रता से जीवन यापन कर सकते हैं लालच भी उनके लिए परेशानी दे सकता है तंत्रिका तंत्र से संबंधित रोग भी हो सकते हैं इन्हें तनाव और आराम की जरूरत होती है खर्च के प्रति भी सचेत रहना चाहिए क्योंकि दंड योग अपने आप में खुद में एक दंडित करने का योग है।

दंड योग के सकारात्मक पहलू: जातक अपने करियर और पेशेवर जीवन में बहुत सफल हो सकते हैं। उनमें अनुशासन और जिम्मेदारी की गहरी भावना हो सकती है। वे बहुत केंद्रित और लक्ष्य-उन्मुख हो सकते हैं। वे बहुत महत्वाकांक्षी और प्रेरित हो सकते हैं। वे अपने वित्त और संसाधनों का प्रबंधन करने में बहुत अच्छे हो सकते हैं। दंड योग के नकारात्मक पहलू: जातक तनाव और चिंता का शिकार हो सकता है। वे अपने करियर पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और अपने निजी जीवन की उपेक्षा कर सकते हैं। वे भौतिकवादी हो सकते हैं और लालच से प्रेरित हो सकते हैं। वे दूसरों की जरूरतों के प्रति असंवेदनशील हो सकते हैं। उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, विशेषकर सिर और तंत्रिका तंत्र में। दंड योग का प्रबंधन कैसे करें: दण्ड योग वाला जातक इस स्थिति के नकारात्मक पहलुओं को निम्न प्रकार से प्रबंधित कर सकता है: आराम करना और तनाव दूर करना सीखना। अपने निजी जीवन के साथ अपने करियर को संतुलित कर रहे हैं। उनकी खर्च करने की आदतों के प्रति सचेत रहना। दूसरों के प्रति दयालु और समझदार होना। उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना। कुल मिलाकर, दंड योग एक जटिल ग्रह संयोजन है जो जातक पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव डाल सकता है। जातक इस स्थिति के नकारात्मक पहलुओं के बारे में जागरूक होकर और उन्हें कम करने के लिए कदम उठाकर उन्हें प्रबंधित कर सकता है। दंड योग को प्रबंधित करने के लिए यहां आपके लिए कुछ विशिष्ट सुझाव दिए गए हैं: ऐसा करियर ढूंढें जिसके बारे में आप भावुक हों और जो आपको अपने कौशल और प्रतिभा का उपयोग करने की अनुमति देता हो। अपने लिए यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें छोटे-छोटे चरणों में विभाजित करें। उन प्रतिबद्धताओं को ना कहना सीखें जिनके लिए आपके पास समय नहीं है। अपने और अपने प्रियजनों के लिए समय निकालें। योग, ध्यान और गहरी सांस लेने जैसी विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें। इन युक्तियों का पालन करके, आप दंड योग के नकारात्मक पहलुओं को प्रबंधित कर सकते हैं और इस शक्तिशाली ग्रह संयोजन के कई लाभों का अनुभव कर सकते हैं।

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