साधना का लघु-रूटीन (रोज़ 10-15 मिनिट)
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दीपक जलाएँ – देसी घी या तिल तेल का।
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नवदुर्गा मंत्र – “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” 9 बार।
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अपना संकल्प बोलें – मैं (नाम) आज (दिन) अपने ___ क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन स्वीकार करती हूँ।
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5-मिनिट ध्यान – नाभि पर हल्की साँस आते-जाते देखें।
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रंग-थैरेपी: हर दिन देवी के अनुरूप रंग पहनें या स्कार्फ रखें।
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भोज्य नियम: अनाज कम, फल-सलाद ज़्यादा; शाम 7 बजे बाद कुछ भारी न खाएँ।
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संगीत: श्रीसूक्त, दुर्गा सप्तशती के “अर्गला स्त्रोत” के 5-मिनिट ऑडियो सुनें।#GuptNavratriSadhana #NariShakti #AstroAnjana #NavDurgaChallenge #DailyShaktiUpgrade #StreeParivartan #SimpleSadhana
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दस महाविद्याएँ (10 Mahavidya) — शक्ति की दस महान रहस्यमयी और तांत्रिक स्वरूप — नारी शरीर और चेतना के दस विशिष्ट हिस्सों से गहराई से जुड़ी मानी जाती हैं।
🔟 महाविद्याएँ और उनके संबंधित "स्त्री शरीर/चेतना के अंग":
🔱 महाविद्या 🔍 शक्ति क्षेत्र 🧘♀️ स्त्री शरीर या चेतना का भाग 🔮 शक्ति गुण 1. काली मूलाधार योनि, प्रजनन शक्ति मृत्यु, पुनर्जन्म, मूल ऊर्जा 2. तारा स्वाधिष्ठान नाभि क्षेत्र मार्गदर्शक, सुरक्षाकर्ता, आंतरिक डर नाशिनी 3. षोडशी (त्रिपुरसुंदरी) मणिपुर नाभि–हृदय के बीच सौंदर्य, आकर्षण, इच्छाओं की पूर्ति 4. भुवनेश्वरी अनाहत हृदय प्रेम, करुणा, सार्वभौमिक स्त्रीत्व 5. छिन्नमस्ता विशुद्ध कंठ, गला आत्म-बलिदान, तीव्रता, वाणी की शक्ति 6. भैरवी आज्ञा भृकुटि (तीसरी आँख) तपस्या, अनुशासन, भय नाशिनी 7. धूमावती ब्रह्मरंध्र शून्यता/मस्तिष्क त्याग, वैराग्य, विधवा शक्ति 8. बगलामुखी कंठ–हृदय वाणी और संकल्प शक्ति शत्रु नाश, वाणी पर नियंत्रण 9. मातंगी तालु के पीछे वाणी, शब्द, बुद्धि संगीत, कला, वाणी की देवी 10. कमला मूल से ऊपर सम्पूर्ण देह–लक्ष्मी तंत्र समृद्धि, धन, स्थायित्व
📿 समझने का सारांश (सरल भाषा में):
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काली योनि की, सबसे जड़ और गूढ़ शक्ति हैं।
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तारा स्त्री की “भीतरी आवाज़” और मार्गदर्शक है – नाभि की शक्ति।
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त्रिपुरसुंदरी सौंदर्य और कामना से जुड़ी है – प्रेम की नाभि-हृदय शक्ति।
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भुवनेश्वरी स्त्री के दिल की कोमलता और मातृत्व है।
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छिन्नमस्ता आत्मबलिदान और इच्छा पर नियंत्रण की गला-शक्ति है।
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भैरवी चेतना की तपस्या, एकाग्रता – आज्ञा चक्र पर नियंत्रण।
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धूमावती स्त्री के भीतर की "अकेली लेकिन पूरी" अवस्था – मस्तिष्क की ऊर्जा।
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बगलामुखी वाणी और शत्रु को रोकने वाली शक्ति – शब्द में तेज।
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मातंगी संगीत-कला-बुद्धि की देवी – तालु और वाणी की जागरूकता।
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कमला सम्पूर्ण स्त्री देह में समृद्धि की सुगंध – लक्ष्मी की जीवित उपस्थिति।
🌸 कैसे करें ध्यान या साधना?
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महाविद्या के अनुसार शरीर के उस भाग पर ध्यान करें।
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उदाहरण: काली के लिए मूलाधार पर लाल ऊर्जा का ध्यान करें।
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मंत्र + ध्यान + श्वास — यही त्रिवेणी शक्ति है
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🔥 “10 महाविद्याएँ = स्त्री शरीर के 10 ऊर्जा केंद्र”
👉 “हर स्त्री में छिपी हैं दस महाशक्तियाँ – जानिए कौन सी शक्ति आपके शरीर के किस केंद्र से जुड़ी है?”
🌺 #10Mahavidya #ShaktiWithin2️⃣ महाकाली (Kali) – मूलाधार (योनि)
⚡ मूल ऊर्जा, जन्म–मृत्यु चक्र की स्वामिनी
🕉️ #KaliPower #RootChakra3️⃣ तारा (Tara) – नाभि केंद्र
💫 रक्षा, आंतरिक भय नाशिनी
🕉️ #TaraShakti #NavelEnergy4️⃣ त्रिपुरसुंदरी (Shodashi) – नाभि से हृदय के बीच
🌹 सौंदर्य, आकर्षण और इच्छाओं की पूर्ति
🕉️ #Tripurasundari #DesireManifestation5️⃣ भुवनेश्वरी (Bhuvaneshwari) – हृदय
❤️ मातृत्व, प्रेम और करुणा की देवी
🕉️ #HeartShakti #Bhuvaneshwari6️⃣ छिन्नमस्ता (Chhinnamasta) – कंठ
🔪 बलिदान और वाणी पर नियंत्रण
🕉️ #Chhinnamasta #ThroatPower7️⃣ भैरवी (Bhairavi) – तीसरी आँख
🔥 तपस्या, चेतना, एकाग्रता
🕉️ #BhairaviVision #ThirdEyeEnergy8️⃣ धूमावती (Dhoomavati) – ब्रह्मरंध्र (शून्यता)
🌫️ त्याग, एकाकीपन की शक्ति
🕉️ #VoidShakti #DhoomavatiWisdom9️⃣ बगलामुखी (Bagalamukhi) – वाणी + इच्छा शक्ति
💛 शत्रु नाश, वाणी पर विजय
🕉️ #BagalamukhiPower #SpeechShakti🔟 कमला (Kamala) – सम्पूर्ण देह
💰 धन, वैभव और लक्ष्मी तंत्र
🕉️ #KamalaDevi #ProsperityPower
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